कचरे का नहीं होता उठाव

वार्ड 12 में पुरानी बाजार का हिस्सा, आबदी सघन होने से गलियां संकीर्ण अधिकतर नालियां कच्ची, जमा रहता है गंदा पानी कोचस : नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर 12 में पुराना बाजार का दक्षिणी हिस्सा है. इसकी सघन आबादी होने के साथ ही गलियां काफी संकीर्ण है. यह क्षेत्र भी विकास के मामले में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2016 4:36 AM
वार्ड 12 में पुरानी बाजार का हिस्सा, आबदी सघन होने से गलियां संकीर्ण
अधिकतर नालियां कच्ची, जमा रहता है गंदा पानी
कोचस : नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर 12 में पुराना बाजार का दक्षिणी हिस्सा है. इसकी सघन आबादी होने के साथ ही गलियां काफी संकीर्ण है. यह क्षेत्र भी विकास के मामले में काफी पिछड़ा हुआ है.
इस क्षेत्र की मूल समस्या जलजमाव है़ इसके अलावा कच्ची नालियां, शुद्ध पेयजल की सप्लाई व कचराें का समय उठाव नहीं होना भी है़ पुरानी बाजार के शिवमुनी साह की घर से एनएच 30 को जोड़नेवाला नाली गली के निर्माण में कई बार लाखों रुपये खर्च किये गये. बावजूद इस गली की हालत ठीक नहीं है. जगह-जगह पर नालों का मुंह खुला हुआ है. इसमें हमेशा हादसे होते रहते हैं. बावजूद नगर प्रशासन संवेदनशील नहीं है.
जबकि, पहले इन नालियों के निर्माण के वक्त लोहे का ढक्कन लगाया गया था. जब पुनर्निर्माण हुआ तो होल को ढक्कन से पाटा नहीं गया. इसी गली में वार्ड 16 की पार्षद रूबी खातून का घर है. उनके यहां जाने के लिए इसी गली का इस्तेमाल करना पड़ता है़ वहीं, इन क्षेत्रों में डस्टबीन की संख्या कम होने व समय से कचड़े का उठाव नहीं होने की वजह से लोगों को परेशानी होती है. शंकर आइसक्रीम वाली गली में लोगों को घुटने भर पानी में घुसकर जाना पड़ता है. इन क्षेत्रों के कई मकानों में बरसात में बारिश व नाली का पानी भर जाता है़
इससे क्षेत्र में डेंगू, सियोसिस व चिकनगुनिया जैसी बीमारियां पांव पसारना शुरू कर दी है. जनसंख्या अधिक होने के कारण सार्वजनिक जगहों पर रखे गये डस्टबीन कचड़ों से तुरंत भर जाते हैं. जो बदबू देने के साथ ही वातावरण को प्रदूषित करते हैं. इस लिए इन सार्वजनिक जगह के डस्टबीनों से कचड़ों का उठाव प्रतिदिन किया जाये, तब ही शहर स्वच्छ व नगरवासी स्वस्थ रहेंगे.

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