चार दिन बाद खुला कॉलेज का ताला
नवनियुक्त प्राचार्य डाॅ नागेंद्र कुमार ने ग्रहण किया पदभार सासाराम शहर : वीरकुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ लीलाचंद साहा व डीएम अनिमेष कुमार पराशर की पहल पर बुधवार को शेरशाह कॉलेज का ताला खुला गया. नवनियुक्त प्राचार्य डॉ नरेंद्र कुमार ने कॉलेज में जाकर अपना पदभार ग्रहण किया. उन्होंने कॉलेज के शिक्षक व शिक्षकेतर […]
नवनियुक्त प्राचार्य डाॅ नागेंद्र कुमार ने ग्रहण किया पदभार
सासाराम शहर : वीरकुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ लीलाचंद साहा व डीएम अनिमेष कुमार पराशर की पहल पर बुधवार को शेरशाह कॉलेज का ताला खुला गया. नवनियुक्त प्राचार्य डॉ नरेंद्र कुमार ने कॉलेज में जाकर अपना पदभार ग्रहण किया.
उन्होंने कॉलेज के शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों के साथ बैठक कर गुरुवार से पुनः शैक्षणिक कार्य को सुचारु रूप से शुरू कराने के संबंध में चर्चा की. कॉलेज के विभागों व कक्षाओं का भी उन्होंने निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि पहले की भांति ही हम सबको एक साथ मिल कर कॉलेज में बेहतर शैक्षणिक माहौल को बनाना है. उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को बेहतर व गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देना हमारी पहली प्राथमिकता होगी. डॉ नरेंद्र कुमार के प्राचार्य का पदभार ग्रहण करने के बाद कॉलेज के शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों ने बधाई दी. शिक्षा कर्मियों ने भी हर संभव सहयोग देने की बात कहीं. गौरतलब है कि शनिवार से कॉलेज में तालाबंदी होने के कारण कॉलेज के शैक्षणिक व्यवस्था ठप पड़ जाने को ले कर प्रभात खबर ने प्रमुखता से खबर छापी थी. लगातार प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के कारण विश्वविद्यालय के कुलपति व जिला प्रशासन हरकत में आया. इससे शीघ्र ताला खुला व छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन सुचारू रूप से शुरू होने की उम्मीद जगी. इससे छात्रों में हर्ष का माहौल दिखा. गौरतलब है कि प्राचार्य की तैनाती को लेकर शिक्षाकर्मी शनिवार से ही कॉलेज में ताला जड़ कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे़ कुलपति के आदेश के बावजूद कर्मचारी अपनी मांग पर अड़े थे.
छात्रों में भी दौड़ी खुशी की लहर
बुधवार को शेरशाह कॉलेज का ताला खुलने की सूचना मिलते ही छात्र छात्राओं में खुशी की लहर दौड़ गयी. छात्र-छात्राएं खुशी से झूम उठे. स्टूडेंट पुनीत, आशिष, अजय, अभिषेक सहित अन्य ने कहा कि देर से ही सही पर शिक्षकों को कॉलेज में तालाबंदी से हमारी बाधित हो रही पढ़ाई का अहसास तो हुआ. अब हम सभी पहले की भांति कॉलेज जा कर अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगे. कॉलेज में तालाबंदी से हमलोगों की पढ़ाई प्रभावित होने लगी थी. इससे हमलोगों को भविष्य की चिंता सताने लगी थी.