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गांवों को जोड़नेवाली अधिकतर सड़कों की हालत है खराब

दावथ : मरम्मत के अभाव में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनीं सड़कें टूट रही हैं और बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं. इससे आमजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सड़कों का निर्माण के बाद ही उखड़ना आम बात हो गयी है. देश की आबादी का 80 फीसदी हिस्सा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2016 5:13 AM
दावथ : मरम्मत के अभाव में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनीं सड़कें टूट रही हैं और बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं. इससे आमजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सड़कों का निर्माण के बाद ही उखड़ना आम बात हो गयी है.
देश की आबादी का 80 फीसदी हिस्सा गांवों में निवास करता है. इसी को ध्यान में रख कर प्रधानमंत्री सड़क योजना की शुरुआत हुई, पर इसके कार्यान्वयन में पारदर्शिता का अभाव है. साथ ही इसके निर्माण पर बेहतर निगरानी व्यवस्था नहीं बनायी गयी है. यदि कोई उच्चाधिकारी को शिकायत करता है, तो उसकी आवाज को अधिकारी अनसुना कर देते हैं. मझौली से झलखोरिया तक व झलखोरिया से ईटवां तक की सड़क, चक चातर से डेढगांव जाने वाली सड़क, बभनौल से महुअरी सड़क, नकटौली से गीधा, गोपाल डिहरी से परमानंदपुर, हथडीहां, नावाडीह सड़क, एनएच 30 से छीतनी सहित दर्जनों सड़कों की हालत खराब है.
विभाग नहीं करा रहा मरम्मत
गीधा के मुखिया धनजी राम कहते हैं कि विभाग सड़कों की मरम्मत नहीं करा रहा है. पंचायत समिति में इस मामले को रखा जायेगा. वही इटवां मुखिया सत्येंद्र शर्मा सहित कई लोगों ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को इस संबंध में जानकारी देने के बावजूद कोई सुनता नहीं है.
नगर पंचायत के उपाध्यक्ष बिजू चौधरी ने बताया कि नगर पंचायत के क्षेत्र से गुजरने वाली सड़कों की मरम्मत के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया गया, लेकिन किसी ने नहीं सुनी.
बोले अधिकारी : ग्रामीण कार्य विभाग (बिक्रमगंज प्रमंडल-2) के कार्यपालक अभियंता चंद्रदेव मंडल ने इस बाबत पूछने पर जवाब देने से इनकार करते हुए कार्यालय में संपर्क करने की बात कही.

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