तीन दिनों में ही करोड़ों की कमाई

सासाराम नगर : दुर्गा पूजा व मुहर्रम पर्व को ले कर पुलिस व प्रशासन शांति व्यवस्था बनाये रखने में व्यस्त रही. इधर, पत्थर माफिया खुले आम पहाड़ को लूटते रहे. कोई रोकने-टोकनेवाला नहीं रहा. जिसने जितना चाहा लूटा. खनन क्षेत्र से ले कर पत्थर (गिट्टी) मंडी तक हजारों वाहन दौड़ लगाते रहे. सूत्रों ने बताया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2016 5:17 AM
सासाराम नगर : दुर्गा पूजा व मुहर्रम पर्व को ले कर पुलिस व प्रशासन शांति व्यवस्था बनाये रखने में व्यस्त रही. इधर, पत्थर माफिया खुले आम पहाड़ को लूटते रहे. कोई रोकने-टोकनेवाला नहीं रहा. जिसने जितना चाहा लूटा. खनन क्षेत्र से ले कर पत्थर (गिट्टी) मंडी तक हजारों वाहन दौड़ लगाते रहे. सूत्रों ने बताया कि तीन दिन में माफिया करोड़ों का कारोबार किये. खनन क्षेत्र से जितना मेटेरियल (पत्थर) क्रशर मशीन तक पहुंचा दिया जाये पत्थर माफियाओं में इसकी होड़ लगी रही. वहीं, मंडी से गिट्टी लदे वाहन अपने गंतव्य तक दौड़ लगाते रहे. गौरतलब है कि प्रशासन की कार्रवाई का पत्थर माफिया अपनी बैठकी में उपहास उड़ाते है. पुलिस व प्रशासन संयुक्त अभियान में क्रशर मंडी में बड़े पैमाने पर कार्रवाई करती है.
सैकड़ों की संख्या में क्रशर को उखाड़ कर तोड़ दिया जाता है. उनके कार्यालयों में प्रशासन द्वारा आग लगा कर बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया जाता है़ बावजूद इन पर इसका प्रभाव नहीं पड़ता है. मशीन उखाड़े जाने के दो दिन बाद ही पुनः उसी स्थान पर दूसरा मशीन लग जाता है. पुलिस के एक अधिकारी ने मायूसी के साथ कहा कि पत्थर माफिया के विरुद्ध पुलिस ऑपरेशन में होता है. इतनी गुपचुप तरीके से ऑपरेशन की रणनीति बनायी जाती है. बड़े पैमाने पर पुलिस बल व अधिकारियों की टीम अचानक मंडी पर धावा बोलती है.
बावजूद उस पैमाने पर सफलता नहीं मिल पाती है. मंडी में जाने पर एक भी पत्थर माफिया नहीं पकड़े जाते हैं. वहां मिलता है सिर्फ गिट्टी का ढेर व बंद पड़े क्रशर. पुलिस महकमा तो अपने विभिषण के कारण हार जाती है. आखिर इतनी सटिक जानकारी पतथर माफियाओं को कैसे मिलती है. पत्थर माफिया मंडी से एलियन की तरह गायब हो जाते है.

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