चल रहा अवैध कारोबार
बारह पत्थर मुहल्ला बना कारोबारियों का मुख्य ठिकाना डेहरी कार्यालय : लॉटरी के चक्कर में शहर का युवा वर्ग बरबाद हो रहा है. बिहार में पूर्ण रूप से लॉटरी को अवैध अंधा घोषित किए जाने के बावजूद शहर की हृदयस्थली माने जाने वाले बारह पत्थर मुहल्ले व उसके आस-पास के इलाके में मजबूती से पांव […]
बारह पत्थर मुहल्ला बना कारोबारियों का मुख्य ठिकाना
डेहरी कार्यालय : लॉटरी के चक्कर में शहर का युवा वर्ग बरबाद हो रहा है. बिहार में पूर्ण रूप से लॉटरी को अवैध अंधा घोषित किए जाने के बावजूद शहर की हृदयस्थली माने जाने वाले बारह पत्थर मुहल्ले व उसके आस-पास के इलाके में मजबूती से पांव जमाये बैठे इसके धंधेबाजों की चक्कर में अबतक कई घर बरबाद हो चुके हैं. उक्त धंधे के धंधेबाजों की गिरेबान तक पुलिस का हाथ क्यों नहीं पहुंचता, जबकि धंधेबाजों का इलाका नगर थाना से बिल्कुल सटे है.
यह लोगों की समझ में नहीं आता है. लोगों का मानना है कि जब शहर के अधिकतर लोगों को यह पता है कि वर्षों से यहां लॉटरी का धंधा अवैध तरीके से चलता है, तो फिर प्रशासन या पुलिस प्रशासन के वरीय अधिकारियों को ये बात क्यों नहीं पता होगी. लोगों का कहना है कि शहर के बारह पत्थर मुहल्ले में इंटर स्टेट लॉटरी का प्रधान कार्यालय कार्यरत है. उक्त कार्यालय से शहर ही नहीं संपूर्ण बिहार झारखंड व यूपी में अपने कर्मी नियुक्त कर इस धंधे को चलाया जाता है. इस धंधे के कारोबारियों द्वारा बनारस के किसी इलाके में अपना एक छापाखाना भी खोलने की बात बतायी जाती है. जहां से लॉटरी के टिकट छाप कर विभिन्न ठिकानों पर भेजे जाते हैं.
धंधेबाजों द्वारा दी जाती है धमकी: वर्षों से बेधड़क अवैध तरीके से चल रहे इस धंधे के धंधेबाजों से त्रस्त लोगो द्वारा उनके विरुद्ध कोई आवाज उठाये जाने पर उन्हें यह धमकी मिलती है कि अगर हम पकड़ाये तो आपका नाम भी इस धंधे के धंधेबाजों के रूप में डाल देंगे.
यही नहीं वैसे लोगों का नाम अपनी डायरी में पहले से लिख कर उन्हें यह डराया जाता है कि अगर कहीं छापेमारी हुई और लॉटरी के इस अवैध धंधे का पर्दाफाश हुआ तो लॉटरी के साथ-साथ यह डायरी भी पुलिस की पकड़ में आयेगी, जिसमें आपके नाम पर पैसे का लेन-देन करने का ब्योरा हम पहले से झूठे लिख कर रखे है. मुहल्ले के कुछ लोग अपना नाम न छापने की शर्त पर उक्त बताया बताते हुए कहते हैं कि जब नगर थाना के बगल में चल रहे इस अवैध धंधे को रोकने में पुलिस कामयाब नहीं हो रही, तो अगर हम विरोध करेंगे और हम सबों का नाम भी गिरफ्तार धंधेबाज रख देगा तो नाहक हम भी फंस जायेंगे. यहीं सोच कर हम सभी चुप्पी साधे हैं.