लाखों की लूट में थी तलाश

सासाराम नगर : वर्षों से फरार कुख्यात अपराधी लोहा पासवान को खुफिया इनपुट पर पुलिस की विशेष टीम ने गिरफ्तार की है. इसके विरुद्ध जिले के विभिन्न थानों में लगभग दर्जनों, हत्या, लूट व अपहरण के मामले दर्ज है. पड़ोसी जिला औरंगाबाद के बारुण थाना क्षेत्र स्थित पिपरा निवासी लोहा पासवान रोहतास, कैमूर व झारखंड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2016 5:33 AM
सासाराम नगर : वर्षों से फरार कुख्यात अपराधी लोहा पासवान को खुफिया इनपुट पर पुलिस की विशेष टीम ने गिरफ्तार की है. इसके विरुद्ध जिले के विभिन्न थानों में लगभग दर्जनों, हत्या, लूट व अपहरण के मामले दर्ज है. पड़ोसी जिला औरंगाबाद के बारुण थाना क्षेत्र स्थित पिपरा निवासी लोहा पासवान रोहतास, कैमूर व झारखंड में अपने कारनामे से आतंक मचा रखा था. इस की गिरफ्तारी के लिए पुलिस एक माह से लगी थी.
शनिवार की शाम इस को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली. सदर डीएसपी आलोक रंजन ने रविवार को नगर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता मे इसकी विस्तार से जानकारी दी. डीएसपी ने बताया कि इसके विरुद्ध जिले के चेनारी, करगहर, कोचस, मुफस्सिल, नगर थाना व मॉडल थाना में दर्जनों अापराधिक मामले दर्ज है.
छह फरवरी 2016 को नगर थाना क्षेत्र स्थित एसएस मेडिकल एजेंसी में घुस कर सरेशाम लाखों रुपये नकद की लूट की घटना को अंजाम दिया. इसके दो दिन बाद ही मुफस्सिल थाना के पीछे कपड़े के थोक व्यवसायी अरविंद कुमार जायसवाल के दुकान में घुस कर लूटपाट किया.
इस मामले में पुलिस पांच अपराधियों को गिरफ्तार की थी. इसी समय इस का नाम सामने आया पुलिस इसकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गयी. गिरफ्तार अपराधी सुनील राज, जितेंद्र ठाकुर, धर्मेंद्र पासवान उर्फ होरो, कृष्णा महतो व राजन कुमार उर्फ लंगड़ा ने पुलिस को बताया कि लूट का पैसा लोहा पासवान के पास है. उसी के अगुवायी में लूट की घटना को अंजाम दिया गया.
इस लूट में राजनीति से जुड़े एक नेता ने लाइनर का काम किया था. पूछताछ में लोहा पासवान ने दर्जनों अपराधिक मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की. वर्ष 2014 में कपड़ा व्यवसायी भारतीगंज निवासी राजेश महतो की हत्या इसने कुख्यात अपराधी कल्लु खां के साथ मिल कर किया था. इसके साथ ही इसने कई मामले का खुलासा किया. अभी इसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है.
जिले के कई अपराधियों से है. इसकी सांठ-गांठ नामचीन अपराधी उमेश पासवान के संपर्क में आने के बाद रोहतास जिले में अापराधिक घटनाओं को अंजाम देता था. उस समय पासवान गिरोह के लिए काम करना शुरू किया. पहली बार करगहर थाना क्षेत्र के खड़ारी में गोलीबारी व हत्या के मामले में इसका नाम सामने आया था.
शाहपुर कांड के बाद तत्कालीन मुफस्सिल थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती ने इसे गिरफ्तार किया. दो वर्ष बाद जेल से जमानत पर छूटने के बाद अपना-अलग गिरोह बना अपराध करना शुरू किया. अब तक उमेश पासवान पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुका था. गिरोह का कमान संभालने के बाद ताबड़ तोड़ हत्या लूट अपहरण की घटनाओं को अंजाम दिया.
खुफिया इनपुट पर हुई गिरफ्तारी: डीएसपी ने बताया कि विगत 15 दिन पहले जानकारी मिली कि लोहा पासवान शहर में देखा जा रहा है. उसी समय पुलिस का रडार सक्रिय हो गया है. पुलिस की खुफिया हैंड्स इसके पीछे लग गये.
शनिवार को शहर के रौजा रोड से लोहा पासवान को गिरफ्तार किया गया. इसके साथ एक अन्य कुख्यात अपराधी झारखंड निवासी सुनील नागर फरार हो गया. इसकी भनक पुलिस को नहीं लग सकी. सुनील नागर भी उमेश पासवान गिरोह का खास सदस्य था. इसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी उपलबिध है.

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