राजा व रंक, सब करते हैं अरदास

रोहतास के गुरुद्वारों में नहीं होता किसी से भेदभाव सासाराम (नगर) : रोहतास किसी खास धर्म संप्रदाय व जाति विशेष की धरती नहीं रही है. यहां सभी संप्रदाय के लोग निवास कर हिंदू, मुसलिम, सिख व ईसाई, आपस में हैं भाई-भाई की मिसाल को पेश करते हैं. जिले में कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जहां […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2014 4:00 AM

रोहतास के गुरुद्वारों में नहीं होता किसी से भेदभाव

सासाराम (नगर) : रोहतास किसी खास धर्म संप्रदाय व जाति विशेष की धरती नहीं रही है. यहां सभी संप्रदाय के लोग निवास कर हिंदू, मुसलिम, सिख व ईसाई, आपस में हैं भाई-भाई की मिसाल को पेश करते हैं. जिले में कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जहां कई समुदाय के लोग एक साथ बैठ कर दुआ-सलाम करते हैं.

न तो उनके लिए जाति व धर्म का भेदभाव रहता है और न हीं कोई गिला-शिकवा. गुरुद्वारे में नि: स्वार्थ भाव से समाज सेवा करते हैं. यहां के धार्मिक स्थलों का ऐतिहासिक महत्व है. जहां देश के अन्य प्रांतों से संत महात्माओं व प्रचारकों व गुरुओं ने अपने धर्म का प्रचार-प्रसार किया है. जिला मुख्यालय में स्थित गुरुद्वारे का भारत में काफी महत्व है. यहां के बेर साहिब की गाथा अलौकिक है.

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