आरक्षण रोस्टर जारी होने के साथ राजनीतिक गतिविधि तेज

बिक्रमगंज : नगर निकाय के चुनाव को लेकर नगर पंचायत के जारी रोस्टर के बाद राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गयी है. लोग अपना चुनाव के रण क्षेत्र में उतरने के लिये अपना पता खोलने लगे है, लेकिन अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के रोस्टर जारी नहीं होने से अभी लोग उहापोह में है. पिछले दो चुनाव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2016 5:02 AM

बिक्रमगंज : नगर निकाय के चुनाव को लेकर नगर पंचायत के जारी रोस्टर के बाद राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गयी है. लोग अपना चुनाव के रण क्षेत्र में उतरने के लिये अपना पता खोलने लगे है, लेकिन अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के रोस्टर जारी नहीं होने से अभी लोग उहापोह में है. पिछले दो चुनाव से अध्यक्ष पद पिछड‍़ वर्ग महिला के लिये आरक्षित और उपाध्यक्ष पद अनारक्षित होने के कारण लोग तरह-तरह की संभावना व्यक्त कर रहे है.

काई अध्यक्ष पद अनारक्षित अन्य होने तो कोई अनारक्षित महिला होने की संभावना व्यक्त कर रहा है. कुछ लोगों का तर्क है कि इस बार का आरक्षरण रोस्टर वर्ष 2002 के आरक्षण रोस्टर से मिलता जुलता है और उस समय अध्यक्ष का पद अनारक्षित अन्य के लिये था. इस लिये इस बार भी वहीं होने की संभावना है. अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद का रोस्टर जारी नहीं होने के कारण अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के दावेदार अभी उहापोह में है. ऐसे वे भी चुनाव लड़ने के लिये अपना पता खोल दिये है और तैयारी में लग गये है. वर्तमान अध्यक्ष रंजू देवी को जहां सीट बदलने की आवश्यकता नहीं है वहीं उपाध्यक्ष को अपनी सीट बदलनी पड़ेगी.

उपाध्यक्ष वार्ड 14 से निर्वाचित हुये थे. 2017 के चुनाव के लिये वह पिछड़ा वर्ग के लिये आरक्षित हो गया है. अब वे किस वार्ड से चुनाव मैदान में आ रहे है यह पता खुलना बाकी है. अनुसूचित जाति के वार्ड पार्षद इस बार चुनाव से बाहर हो जायेंगे. उनकी एक सीट पिछड़ा वर्ग और एक अनारक्षित महिला के कोटे में चला गया है.

राजनीतिक गतिविधियों पर यदि गौर किया जाये तो इस बार सभी वार्डो से उम्मीदवारों की संख्या पिछले चुनाव की अपेक्षा अधिक होगी. अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के दावेदारों की संख्या भी अधिक हो सकती है. सभी आरक्षण रोस्टर के इंतजार कर रहे है.

Next Article

Exit mobile version