रजिस्ट्री ऑफिस से लोग अनजान, निबंधन धीमा
21 दिसंबर को डेहरी में खुला था कार्यालय अब तक आधा दर्जन भी नहीं हुआ निबंधन डेहरी(कार्यालय) : अनुमंडल क्षेत्र के लोगों के लिए रजिस्ट्री ऑफिस खोलने की वर्षों पुरानी मांग 21 दिसंबर को पूरी हो गयी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की निश्चय यात्रा से एक दिन पहले यानी 21 दिसंबर इसका उद्घाटन किया गया था. […]
21 दिसंबर को डेहरी में खुला था कार्यालय
अब तक आधा दर्जन भी नहीं हुआ निबंधन
डेहरी(कार्यालय) : अनुमंडल क्षेत्र के लोगों के लिए रजिस्ट्री ऑफिस खोलने की वर्षों पुरानी मांग 21 दिसंबर को पूरी हो गयी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की निश्चय यात्रा से एक दिन पहले यानी 21 दिसंबर इसका उद्घाटन किया गया था. उस दिन महज एक वसीयतनामे का निबंधन हुआ. दूसरे दिन 22 दिसंबर को एक सेल डीड निबंधन किया गया जबकि 23 दिसंबर को एक भी निबंधन नहीं हुआ और कर्मचारियों को फांके में दिन बिताना पड़ा. 24 दिसंबर को भी कोई रजिस्ट्री नहीं हुई जबकि 25 दिसंबर को क्रिसमस डे के कारण दफ्तर बंद था. सोमवार यानी 26 दिसंबर को रजिस्ट्री के लिए कुछ टिकट खरीदे जाने की जानकारी मिली लेकिन रजिस्ट्री कितनी हुई, किसी अधिकारी ने नहीं बताया. हां, इतना जरूर है कि रजिस्ट्री की संख्या आधा दर्जन से कम ही है.
इन वजहों से कम हो रही रजिस्ट्री: रजिस्ट्री की रफ्तार सुस्त होने के पीछे मुख्य रूप से दो कारण सामने आ रहे हैं-एक नोटबंदी और दूसरा दफ्तर के बारे में लोगों में जानकारी का अभाव. बताया जाता है कि नोटबंदी के कारण लोगों को नकदी लेनदेन में दिक्कतें आ रही हैं जिस कारण वे रजिस्ट्री नहीं करा पाते हैं. वहीं, रजिस्ट्री कार्यालय खुलने की जानकारी ग्रामीण क्षेत्रों तक नहीं पहुंच सकी है. इस कार्यालय के लिए जिला अवर निबंधन पदाधिकारी को ही अवर निबंधन पदाधिकारी का प्रभार दिया गया है. पदाधिकारी प्रत्येक रोज सुबह 10 बजे दोपहर एक बजे दिन तक यहां का कार्य देखते हैं.
कार्यालय में प्रधान सहायक शिव कुमार सहित चार कर्मी गौतम कुमार,प्रियरंजन कुमार व कुमारी गीता प्रसाद की पदस्थापना की गयी है. तीन कमरों में शुरू हुए उक्त निबंधन कार्यालय में रिकार्ड रूम बनाने के लिए एक और कमरे की जरूरत है. अनुमंडल विधिज्ञ के अध्यक्ष उमाशंकर पांडेय ने कहा कि जानकारी का अभाव होने के कारण दूरदराज के क्षेत्र से लोग नहीं आ पा रहे हैं.