शराब के धंधे में उतरे

इंडियन ऑयल के टैंकर से पकड़ी गयी शराब की खेप ने पुलिस का बदला नजरिया पुराने शराब कारोबारियों से मिल सोना व पत्थर के तस्कर कर रहे हैं नया धंधा सासाराम नगर : शराबबंदी के बाद तस्करों के लिए कम लागत में मोटी कमाई का जरिया शराब बन गयी है. पहले छोटे-छोटे कारोबारी झारखंड व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2017 5:47 AM

इंडियन ऑयल के टैंकर से पकड़ी गयी शराब की खेप ने पुलिस का बदला नजरिया

पुराने शराब कारोबारियों से मिल सोना व पत्थर के तस्कर कर रहे हैं नया धंधा
सासाराम नगर : शराबबंदी के बाद तस्करों के लिए कम लागत में मोटी कमाई का जरिया शराब बन गयी है. पहले छोटे-छोटे कारोबारी झारखंड व उत्तरप्रदेश से शराब लाकर शहर व आस-पास के क्षेत्रों में बेचते थे. अब यह धंधा बड़ा रूप ले लिया है़ शनिवार की रात मां ताराचंडी धाम के पास फोरलेन सड़क पर खड़े इंडियन ऑयल के टैंकर से शराब की बड़ी खेप का पकड़ा जाना तो बस बानगी है. जब्त शराब पंजाब में बनी थी, जो मोहनिया चेक पोस्ट व दो टॉल प्लाजा को पार कर सासाराम की सीमा तक पहुंच गयी थी़
छानबीन में पुलिस कुछ वैसे लोगों तक पहुंची है, जो पहले सोना व पत्थर की तस्करी में शामिल थे़ पुलिस सूत्रों का कहना है कि शहर व जिले के कुछ बड़े सोना व पत्थर के तस्कर अब शराब की तस्करी में सक्रिय हो गये हैं. इन्हें शराब के कुछ पुराने कारोबारियों का साथ मिल गया है. जानकारों की माने, तो सोना व पत्थर से ज्यादा कमाई शराब के धंधे में होने के कारण इनका रूझान इस ओर बढ़ा है. एक छोटी शराब की बोतल की कीमत 130 रुपये है. जो यहां आकर 250 रुपये में आसानी से बिक रही है. एक पेटी में 48 शीशी होता है. इस हिसाब से एक पेटी शराब बेचने पर सीधे छह हजार रुपये का मुनाफा होता है.
जबकि, एक ट्रैक्टर पत्थर (गिट्टी) बेचने पर तीन हजार रुपये तक का ही मुनाफा हो पाता है़ कम लागत में मोटी कमाई ने तस्करों को शराब की ओर आकर्षित किया है.सूत्रों की माने, तो पत्थर खदान से लेकर मैदानी भागों के बड़े गोदामों में शराब के स्टॉक किये जा रहे हैं. नवंबर में नोखा प्रखंड के बिसुनपुरा गांव में एक गोदाम से पकड़ी गयी शराब व फिर इंडियन ऑयल के टैंकर से पकड़ी गयी शराब की खेप ने पुलिस को नये सिरे से सोचने पर मजबूर कर दिया है. इसी कड़ी को जोड़कर पुलिस सोना व पत्थर के तस्करों के अलावा शराब के पुराने कारोबारियों को फांसने की योजना बना रही है. योजना को लेकर पुलिस के अफसर सचेत हैं. एक अफसर ने बताया कि शराब बेचते पकड़े गये कुछ लोगों की निशानदेही पर काम हो रहा है. जल्द ही बड़े तस्कर भी गिरफ्त में होंगे.

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