शहर को हरा-भरा बनाने के लिए अभी बहुत काम बाकी
वित्तीय वर्ष 2016-17 में शहर में लगाये गये लगभग 11 लाख पौधे 90 प्रतिशत पौधे सुरक्षित, अगले वर्ष 15 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य सासाराम नगर : शहर को ग्रीन सिटी बनाने की एक वर्ष से कवायद चल रही है. इस में वन विभाग बहुत हद तक सफल है. शहर को पूरी तरह हरा-भरा बनाने […]
वित्तीय वर्ष 2016-17 में शहर में लगाये गये लगभग 11 लाख पौधे
90 प्रतिशत पौधे सुरक्षित, अगले वर्ष 15 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
सासाराम नगर : शहर को ग्रीन सिटी बनाने की एक वर्ष से कवायद चल रही है. इस में वन विभाग बहुत हद तक सफल है. शहर को पूरी तरह हरा-भरा बनाने के लिए अभी और जरूरत है. जिला मुख्यालय स्थित सभी विद्यालय व कार्यालयों में पौधारोपण किया गया. इसमें 90 प्रतिशत पौधे हरा भरा व सुरक्षित है. पुराने जीटी रोड के दोनों तरफ के पौधे अब अकार लेने लगे हैं. इसी तरह ताराचंडी पथ में लगे पौधों की स्थिति बेहतर है. वित्तीय वर्ष 2016-17 में लगभग 20 हजार पौधे शहर में लगाये गये है. अगले वर्ष शहर में पौधा रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. वन विभाग हरियाली योजना को ले कर गंभीर दिख रहा है. इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गयी है.
पौधों को बचाने की हो रही पूरी कोशिश: जिले के सभी मुख्य व सहायक सड़कों के दोनों तरफ पौधारोपण किया गया है. डीएमओ एस कुमार सामी ने बताया कि हरियाली योजना केंद्र व राज्य सरकार की संयुक्त योजना है. लक्ष्य का निर्धारण किया गया है. तय समय में पौधारोपण कर उसकी देख-रेख के लिए एक योजना बनायी गयी है, जो भी पौधा लगे वह बचा रहे.
इसकी पूरी कोशिश की जा रही है. ग्रामीण क्षेत्र के लोग व जन प्रतिनिधियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है. वित्तीय वर्ष 2016-17 में लगभग 11 लाख पौधे जिले में लगाये गये हैं. जिसमें 90 प्रतिशत पौधे पूरी तरह सुरक्षित है. एक वर्ष में ही पौधे अाकार लेने लगे हैं. इसी तरह आमजनों का सहयोग मिलता रहा तो इस लक्ष्य को कम समय में पूरा कर लिया जायेगा. इसी वित्तीय वर्ष में जिले के किसानों के बीच दो लाख 20 हजार वितरण किये गये.
किसानों द्वारा लगाये पौधों का निरीक्षण किया गया. इसमें लगे 92 प्रतिशत पौधे जीवित व सुरक्षित हैं. इसी तरह चहारदीवारी वाले विद्यालयों के बीच 20 हजार पौधों का वितरण किया गया. यह लक्ष्य भी सफलता पूर्वक हासिल किया.
खाली पड़ी सरकारी भूमि में लगाये जायेंगे पौधे: अगले वित्तीय वर्ष 2017/18 में 15 लाख पौधा लगाने की योजना प्रस्तावित है. हरी झंडी मिलते ही काम शुरू किया जायेगा. स्थल का चयन कर लिया गया है. एसपी जैन कॉलेज गेट से चंदतनशहीद पहाड़ी स्थित खाली पड़ी भूमि पर पौधारोपण होगा. खनन क्षेत्र के इर्द-गिर्द बंजर पड़ी खाली जमीन में पौधा लगा हरा भरा करने की योजना है. बढ़ते प्रदूषण के दुष्प्रभाव से पूरी दुनिया प्रभावित है. ऐसे यही एक सरल उपाय है. हम वृक्ष लगाये, वृक्ष बचायें तभी आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित भविष्य दे सकते हैं. इसे सरकार की योजना नहीं, जन जन की योजना बनाना है. इच्छुक व्यक्ति अपने निजी भूमि में भी पौधारोपण कर सकता है. वन विभाग हमेशा सहयोग के लिए तत्पर है.
आम लोगों की ली जायेगी राय
डीएफओ ने कहा कि हरियाली योजना को ले कर आम लोगों से भी सलाह व सुझाव लिया जायेगा. जहां कहीं भी सरकार की भूमि खाली होगी संबंधित विभाग से बात कर उक्त भूमि पर पौधा रोपण किया जायेगा. खास कर नहर, सड़क, पोखर, तालाब आदि जगहों पर विभाग की नजर है. साथ ही आमजनों से वन विभाग की अपील है इस योजना को सफल बनाने में सहयोग करें. तभी हम प्रदूषणमुक्त हरा भरा जिला बनाने में कामयाब होंगे.