पांच घंटे तक सूना पड़ा रहा बस स्टैंड, यात्री रहे बेहाल
अधिकतर बसें स्कूली बच्चों को लाने ले जाने में रहीं व्यस्त सासाराम नगर : शहर का बस पड़ाव लगभग पांच घंटे तक सूना पड़ा रहा. लगा जैसे कर्फ्यू लगा हो. जहां दर्जनों वाहन पड़ाव में खड़े रह अपनी बारी का इंतजार करते रहते थे. यात्रियों की भाग दौड़ रहती थी. शनिवार को पड़ाव में बसें […]
अधिकतर बसें स्कूली बच्चों को लाने ले जाने में रहीं व्यस्त
सासाराम नगर : शहर का बस पड़ाव लगभग पांच घंटे तक सूना पड़ा रहा. लगा जैसे कर्फ्यू लगा हो. जहां दर्जनों वाहन पड़ाव में खड़े रह अपनी बारी का इंतजार करते रहते थे. यात्रियों की भाग दौड़ रहती थी. शनिवार को पड़ाव में बसें नहीं दिखी. दुकानें बंद थी. सन्नाटा छाया हुआ था. इक्के-दुक्के बस खड़े थे, तो स्टॉफ नहीं दिख रहे थे. गौरतलब हो कि मानव शृंखला में शामिल होने वाले स्कूली बच्चों व लोगों को लाने के लिए अधिकतर बस को जिला प्रशासन द्वारा बुक कराया गया था, तो कई बस इससे बचने के लिए सड़क पर आये ही नहीं. कुछ बसों को रोक दिया गया था. सुबह के आठ बजे से दो बजे तक बस पड़ाव की यही स्थिति थी.
जो यात्री गलती से बस पड़ाव पहुंचे थे. उन्हें निराश हो लोटना पड़ा. पीरो निवासी मनीष सिंह परिवार के साथ थे. उनको बस नहीं मिली. उन्होंने कहा कि दुर्गापुर से जोधपुर-हावड़ा से सासाराम पहुंचा. सोचा यहां से बस से पीरो चला जाऊंगा. छोटे-छोटे दो बच्चे हैं. छोटी गाड़ी भी नहीं मिल रही है कि गांव जा सकूं. इसी तरह दर्जनों यात्री निरास हो व्यवस्था को कोस रहे थे.