सासाराम (नगर) : शेरशाह सुरी इंटर स्तरीय विद्यालय में पुलिस अभिरक्षा में मैट्रिक की परीक्षा दे रहे सुनील कुमार सिंह नामक परीक्षार्थी की उम्र को लेकर सवाल खड़े हो गये हैं. उम्र को लेकर अब कौन सच बोल रहा और कौन झूठ?, यह जांच का विषय बन गया है. एडमिट कार्ड के मुताबिक परीक्षार्थी की उम्र जहां 14 साल है, जबकि पुलिस की मानें तो जेल रिकॉर्ड में उसकी उम्र 23 साल है. सुनील की उम्र की तरफ कोर्ट का भी ध्यान नहीं गया है.
प्रभात खबर के 11 मार्च के अंक में खबर छपने के बाद हरकत में आये पुलिस महकमे ने परीक्षार्थी की वास्तविक उम्र जानने के लिए जांच कराने का निर्णय लिया है. एसपी विकास वर्मन ने मंगलवार को बताया कि उपकारा बिक्रमगंज के रेकॉर्ड में सुनील का उम्र 23 साल अंकित है. मामले की जांच की जिम्मेवारी बिक्रमगंज के एसडीपीओ को सौंपी गयी है. आवश्यकता पड़ी तो मेडिकल बोर्ड के लिए सक्षम न्यायालय से आग्रह किया जायेगा.
आरपीएस हाइ स्कूल कवई से नियमित छात्र के रूप में परीक्षा दे रहे सुनील की उम्र कौन सही और कौन गलत है, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पायेगा. यदि सुनील उम्र छिपा कर मैट्रिक की परीक्षा दे रहा है, तो इसमें परीक्षार्थी के साथ साथ-साथ संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक को दोषी माना जायेगा. वहीं, वाहन के शीशे तोड़ने के मामले में आरोपित सुनील की सही उम्र को नजरअंदाज कर एफआइआर में गलत उम्र अंकित किया जाना पुलिस नादानी कही जायेगी.