स्वच्छता को मुंह चिढ़ा रहा कूड़े का ढेर

शौच की बदबू से लोगों का जीना मुहाल अकोढ़ीगोला : दरिहट पंचायत को खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा रहा है. वहीं, पंचायत के एक दो वार्ड ऐसे हैं जहां कचरे का अंबार लगा है. लोग गंदगी व बदबू के बीच रहने को मजबूर है. स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों व शहरों को साफ-सुथरा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2017 1:30 AM

शौच की बदबू से लोगों का जीना मुहाल

अकोढ़ीगोला : दरिहट पंचायत को खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा रहा है. वहीं, पंचायत के एक दो वार्ड ऐसे हैं जहां कचरे का अंबार लगा है. लोग गंदगी व बदबू के बीच रहने को मजबूर है. स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों व शहरों को साफ-सुथरा करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार ने मुहिम छेड़ रखा है.
इसी अभियान के तहत गांवों को खुले में शौचमुक्त बनाने के लिए जिले के कई प्रखंडों में खुले में शौचमुक्त बनाने का अभियान जोर-शोर से चल रहा है. दरिहट पंचायत में ओडीएफ को घोषित कराने का मुहिम तेजी से चल रहा है. इस अभियान की सफलता के लिए सरकारी गैर सरकारी संस्थाओं सहित विद्यालय के बच्चों ने स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए गांव के गली मुहल्ला तक रैलियों के माध्यम से लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया.
गांवों में चौपाल लगी. ग्रामीणों को गाव को स्वच्छ बनाने के लिए शौचालय बनाने की अपील की गयी. शौचलय बनाने के लिए सरकारी सहायता राशि देने की बात हुई. कुछ घरो में शौचालय बना, लेकिन हालात में जस के तस बने हुए हैं. दरिहट पंचायत के वार्ड संख्या छह व सात के बीचों बीच एक कचरे का एक टापू खड़ा है. यह कचरे का ढेर दो एकड़ में फैला है. पहले यहां लोगों का घर था. समय के साथ लोग यहां के घरों को छोड़ कर अन्य स्थानों पर घर बना लिये. खाली पड़े घरों में लोग कचड़ा फेंकने लगे. आज यह कचरा जमीन के सतह से 20 से 25 फुट ऊंचा एक टापू की तरह दिखता है. कचरे के ढेर से निकलने वाला बदबू से लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
कचरे के अंबार से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. टीले पर रोज दर्जनों महिलाएं शौच करने पहुंचती है. इसकी निगरानी करने वाला कोई नहीं है. इसके बदबू से पूरे मुहल्ला के लोग परेशान है.
मनोज गुप्ता, प्रखंड अध्यक्ष राजद, डेहरी
कचरे के टीला पर पंचायत के सैकड़ों घरो का कचरा फेंका जाता है. इसके ढेर पर बच्चे व महिलाएं शौच करते हैं. इसकी बदबू से आसपास के लोगों का जीना मुहाल हो रहा है.
मुनिपाल, ग्रामीण
पंचायत में खुले में शौचमुक्त अभियान में वार्ड के हर घर में शौचालय का निर्माण होगा, जिससे कचरे का टीला पर महिलाएं शौच नहीं करेंगी. कचरों के बदबू से राहत मिलेगी, लेकिन हालात जस के तस है.
सदानंद पांडेय, ग्रामीण
खुले में शौच मुक्त पंचायत बनाने के लिए हर वार्डों में उत्प्रेरक सहित निगरानी कमेटी गठित है. इसके बाद भी शिकायत आ रही है, तो उत्प्रेरकों को मानदेय रोक कर कार्रवाई की जायेगी. टीला के समीप के घरों में शौचालय बनवाने पर विशेष नजर रखी जायेगी.
शोभा रानी, नोडल पदाधिकारी ओडीएफ

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