मुहल्लावासियों ने की दुर्गाकुंड की सफाई
सासाराम ऑफिस: शेरशाह सूरी मकबरा तालाब में मूर्ति विसर्जन पर हाइकोर्ट ने वर्ष 2009-10 में रोक लगाया था. उस समय दुर्गा पूजा की मूर्तियों के विसर्जन के लिए प्रशासन ने आनन-फानन में फजलगंज स्थित पम्पु तालाब का जिर्णोंद्धार कराया था. उस समय लोगों ने उसका नाम दुर्गा कुंड रख दिया था. उस समय से अब […]
सासाराम ऑफिस: शेरशाह सूरी मकबरा तालाब में मूर्ति विसर्जन पर हाइकोर्ट ने वर्ष 2009-10 में रोक लगाया था. उस समय दुर्गा पूजा की मूर्तियों के विसर्जन के लिए प्रशासन ने आनन-फानन में फजलगंज स्थित पम्पु तालाब का जिर्णोंद्धार कराया था. उस समय लोगों ने उसका नाम दुर्गा कुंड रख दिया था. उस समय से अब तक लगातार इस कुंड में मूर्तियां विसर्जित की जा रही हैं.
इसके साथ ही छठ का आयोजन भी होने लगा है. महत्वपूर्ण त्योहारों के समय दुर्गा कुंड की प्रशासन द्वारा सफाई के साथ उसमें बाहर से पानी का इंतजाम भी किया जाता है.
सफाई के नाम पर खानापूर्ति के कारण धीरे-धीरे कुंड में गाद जमा होने लगा. वर्तमान स्थिति है कि गाद के कारण तालाब में पानी नहीं ठहर रहा है. कई बार समाजसेवियों व मुहल्ले के लोगों ने कुंड की सफाई के लिए नगर पर्षद से गुहार लगायी, पर उसकी सफाई नहीं हो सकी. थक हार कर मुहल्ले के लोगों ने सफाई का जिम्मा अपने हाथ में लिया है. समाजसेवी सत्यनारायण सिंह के नेतृत्व में कुंड से पानी निकासी का कार्य पिछले कई दिनों से जारी है. उन्होंने कहा कि इसके बाद गाद की कुंड के तल से सफाई की जायेगी. ताकि, बरसात के समय कुंड में साफ पानी पर्याप्त मात्रा में जमा हो जाये.