महिलाओं ने की वट सावित्री की पूजा

बिक्रमगंज : प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गावों की महिलाओं ने बट सावित्री व्रत का अनुष्ठान कर अपने पति की लंबी उम्र की कामना की, महिलाए गुरुवार को उपवास रह कर स्नान कर वट वृक्ष की विधिवत पूजा- अर्चना की. वृक्ष में रक्षासूत लपेटते परिक्रमा कर अपने पति की लंबी उम्र की कामना की. महिलाओं की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2017 4:37 AM

बिक्रमगंज : प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गावों की महिलाओं ने बट सावित्री व्रत का अनुष्ठान कर अपने पति की लंबी उम्र की कामना की, महिलाए गुरुवार को उपवास रह कर स्नान कर वट वृक्ष की विधिवत पूजा- अर्चना की. वृक्ष में रक्षासूत लपेटते परिक्रमा कर अपने पति की लंबी उम्र की कामना की. महिलाओं की माने, तो आज के दिन वट वृक्ष की पूजा-अर्चना करने से पति की उम्र लंबी होती है.

सूर्यपुरा प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड मुख्यालय सहित क्षेत्र के सभी गांवों में गुरुवार को सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की दीर्घायु तथा सभी विपदाओं से रक्षा को लेकर वट-सावित्री व्रत रखा तथा वट वृक्ष की फेरी लगा कर पूजा- अर्चना की. वट सावित्री व्रत के अवसर पर गुरुवार को अहले सुबह से ही क्षेत्र की सुहागिनों तथा नयी- नवेली दुल्हनों ने उपवास रख अपने- अपने पति की दीर्घायु के साथ ही सभी बाधाओं- विपदाओं से रक्षा को लेकर स्नान आदि के बाद पास के मंदिरों एवं देव स्थानों पर लगे वट- वृक्ष की पूजा- अर्चना करने के बाद उक्त वट वृक्ष में धागा लपटते हुए 111 बार फेरी लगायी.

फिर पुरोहित मृत्युंजय पंडित जी से पुराणों में वर्णित सत्यवान- सावित्री की कथा श्रवण किया. जिस तरह सती सावित्री ने अपने पति की प्राण ले जा रहे यमराज से पति- भक्ति के बल पर तीन वचन के साथ ही अपने पति सत्यवान को भी जीवित करवाया था यह वही वट- वृक्ष की पूजा का व्रत उस समय सावित्री ने किया था. कथा श्रवण के बाद सभी व्रतधारी महिलाओं ने मौसमी फल- मिठाई का भोग लगाया फिर पुरोहित जी को दान- पुण्य के बाद अपने- अपने घर जा पति की पूजा की. बांस तथा ताड़ के पंखा झलने के बाद फलों तथा शरबत से व्रत का पारण किया.

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