बिहार के रोहतास जिले में कैमूर पहाड़ी पर स्थित मां तुतला भवानी धाम पर्यटकों को काफी लुभाता है. लोग यहां वाटरफॉल का भी आनंद लेने पहुंचते हैं. लेकिन फिर एकबार तुतला भवानी जलप्रपात अपने रौद्र रूप में आ गया है. जलस्तर में काफी अधिक वृद्धि हो गयी है जिसे लेकर वन विभाग ने मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी है.
श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पूरी तरह रोक
वन परिसर पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि मंगलवार की दोपहर को मां तुतला भवानी के जलप्रपात में अचानक काफी बढ़ोतरी हो गयी. जिससे मंदिर परिसर और जलकुंड में बाढ़ के हालात बन गए. जिसके बाद एहतियातन श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गयी है. मंदिर जाने वाला मुख्य द्वार बंद कर दिया गया है ताकि किसी भी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हो.
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मां तुतला भवानी का जलप्रपात भी रौद्र रूप में दिखा
वन परिषद पदाधिकारी ने कहा कि बिगड़े मौसम को देखते हुए पहाड़ व जंगलों में काफी सतर्कता बरती जा रही है. अधिक बारिश होने पर पहाड़ी नदियों में ऊफान होता है. बारिश की वजह से ही मंगलवार को मां तुतला भवानी का जलप्रपात भी रौद्र रूप में दिखा है. अभी श्रद्धालुओं को मंदिर जाने से रोका गया है. जब जलप्रपात के जलस्तर में कमी आएगी तो मंदिर के द्वार भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे.
एक महीने पहले टला था बड़ा हादसा, बाल-बाल बचे थे लोग
बता दें कि करीब एक महीने पहले ही यहां बड़ा हादसा टला था. जलप्रपात में अचानक जलप्रवाह तेज हो गया था जिससे मंदिर परिसर व जलकुंड में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी. मां तुतला भवानी के जलप्रपात में पानी इस कदर बढ़ा था कि आधा दर्जन से अधिक लोग जलप्रपात की बाढ़ में फंस गये थे. वन विभाग की टीम ने तब रेस्क्यू करके लोगों को बाहर सुरक्षित निकाला था. ऐसी नौबत फिर से नहीं आए इसलिए मंदिर को बंद रखने का फैसला लिया गया है.