Sampark Kranti Express Train में पकड़े गए थे 6 युवती और 2 लड़के,खुफिया एजेंसी ने किया चौंकाने वाला खुलासा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय बिहार के दौरे पर पहुंचे हुए थे. इसको लेकर सुरक्षा एजेंसी काफी सतर्क है. वहीं, बीते महीने के आखिरी सप्ताह कटिहार स्टेशन पर पूर्वोत्तर Sampark Kranti Express से 6 युवतियों और 2 युवकों की गिरफ्तारी हुई. इसको लेकर सुरक्षा एजेंसी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है.
पटना. केंद्रीय गृह मंत्री दो दिवसीय बिहार के दोरे पर पहुंचे हुए थे. इसको लेकर सुरक्षा एजेंसी काफी सतर्क है. सुरक्षा एजेंसी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर फिर से बिहार में हमला की साजिशा का खुलासा किया है. वहीं, बीते महीने के आखिरी सप्ताह कटिहार स्टेशन पर पूर्वोत्तर Sampark Kranti Express Train से 6 युवतियों और 2 युवकों की गिरफ्तारी हुई. इसके बाद बिहार में सुरक्षा एजेंसी लगातार छापेमारी करते दिखाई दे रही है. इस मामले में रेल पुलिस भी सक्रिय है. बार्डर पार कर घुसपैठ करने वाले ट्रेन के माध्यम से दिल्ली तक जा रहे हैं, ऐसा इनपुट सुरक्षा एजेंसी दे चुकी हैं. उक्त मामले में रेल पुलिस ने रोहिंग्या को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा. अब तक की पूछताछ में पकड़े गए रोहिंग्या के दिल्ली जाने के स्पष्ट कारणों सामने नहीं आ सके हैं.
Rohingya घुसपैठ को सुरक्षा कारणों से भी गंभीर
रेल पुलिस ने उस समय ऐसी जानकारी दी थी कि युवतियों को दिल्ली में घरेलू काम करने अथवा देह व्यापार कराने की नीयत से ले जाया जा रहा है, ऐसा अनुमान है. लेकिन इसपर सिर्फ अनुमान रहा. मामले में पूर्वोत्तर के रास्ते बांग्लादेश के रिफ्यूजी कैंप से म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों के देश के विभिन्न भागों में घुसपैठ का भी इनपुट मिलता रहा. Rohingya घुसपैठ को सुरक्षा कारणों से भी गंभीर माना जा रहा है.
बोधगया विस्फोट में भी रोहिंग्या घुसपैठ का हाथ
कुछ वर्ष पूर्व बोधगया में हुए बम विस्फोट में भी रोहिंग्या घुसपैठियों का हाथ होने की बात सामने आई थी.खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, म्यांमार के रोहिंग्या बांग्लादेशी घुसपैठिए व आतंकी संगठन हूजी के साफ्ट टारगेट में रहा है. बंगला भाषा अच्छी तरह बोल लेने तथा समान वेशभूषा व रहन-सहन होने के कारण रोहिंग्या स्थानीय लोगों के साथ आसानी से घुलमिल जाते हैं.
ये कारण है रोहिंग्या को आसानी से शरण मिलने की
आतंकी गतिविधियों में शामिल करने को लेकर हूजी की नजर रोहिंग्या पर रहती है. सीमांचल के जिलों में रोहिंग्या की घुसपैठ होने की बात से स्थानीय प्रशासन इनकार करती है.खुफिया सूत्रों की मानें तो, बांग्लादेश से लगती पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों में रोहिंग्या की घुसपैठ शरणार्थी शिविर से कराई जा रही है.
पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी
नवंबर 2020 में भी एनजेपी स्टेशन पर 14 रोहिंग्या की गिरफ्तारी की गई थी. देश के विभिन्न शहरों में रोहिंग्या की घुसपैठ पूर्वोत्तर रेलवे से वाया कटिहार होकर कराई जा रही है. पिछले दो वर्षों में रेल पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए रोहिंग्या के पास से बरामद पहचान पत्रों में- आधार कार्ड, वोटर आई कार्ड, रेल टिकट सहित अन्य पहचान पत्र फर्जी मिले. बताया जा रहा है कि फर्जी आधार कार्ड घुसपैठ कराने वालों के स्थानीय एजेंट द्वारा मुहैया कराया जाता है.