बिहार में सरकारी भवनों के रूफटॉप पैदा करेगी बिजली, ग्रिड से जुड़ेंगे सोलर पावर प्लांट
ब्रेडा (बिहार रिन्युएबअल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी) ने सहयोगी निजी एजेंसी की तलाश शुरू कर दी है. चयनित एजेंसी न सिर्फ अगले पांच साल तक इन रूफटॉप सोलर पावर प्लांटों का संचालन करेगी, बल्कि उसके मेंटेनेंस और ग्रिडों से उनकी संपर्कता बहाल करने में भी बिजली आपूर्ति कंपनियों (डिस्कॉम्स) को मदद करेंगी.
पटना. सरकारी भवनों पर लगाये गये रूफटॉप सोलर पावर प्लांटों को नजदीक ग्रिड सब स्टेशनों से जोड़ा जायेगा. इससे न सिर्फ उन सरकारी भवनों के बिजली की खपत पूरी होगी, बल्कि शेष बची बिजली से दूसरे सरकारी या आवासीय परिसरों को भी रोशन किया जा सकेगा. इसको लेकर ब्रेडा (बिहार रिन्युएबअल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी) ने सहयोगी निजी एजेंसी की तलाश शुरू कर दी है. चयनित एजेंसी न सिर्फ अगले पांच साल तक इन रूफटॉप सोलर पावर प्लांटों का संचालन करेगी, बल्कि उसके मेंटेनेंस और ग्रिडों से उनकी संपर्कता बहाल करने में भी बिजली आपूर्ति कंपनियों (डिस्कॉम्स) को मदद करेंगी.
रूफटॉप से 200 मेगावाट तक सौर ऊर्जा जोड़ने की योजना
बिजली कंपनियों के मुताबिक पहले चरण में सरकारी भवनों की छत्तों पर रूफटॉप सोलर पावर प्लांटों की स्थापना की गयी है. जिलों में कलेक्ट्रियट, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, न्यायालय भवनों आदि पर अलग-अलग क्षमता के सोलर पावर प्लांट लगे हैं. इसका लगातार विस्तार हो रहा है.
वर्तमान में रूफटॉप से 20 मेगावाट बिजली मिल रही
अधिकारियों के मुताबिक वर्तमान में रूफटॉप से 20 मेगावाट बिजली मिल रही है, जबकि 65 मेगावाट के लिए प्रक्रिया चल रही है. इन सभी को ग्रिड से कनेक्ट करने का काम होगा. इसके माध्यम से 150-200 मेगावाट सौर ऊर्जा जोड़ने की योजना है. इसके अलावा निजी आवासों को भी सोलर पावर से लैस कर उनको ग्रिड से कनेक्ट करने के लिए राज्य सरकार 45 से 65 फीसदी तक अनुदान दे रही है.
चार ग्रुप में बांट कर होगा काम
कंपनी ने सोलर पावर प्लांटों के ग्रिड से कनेक्शन और उसके रखरखाव को आसान बनाने के लिए चार ग्रुप में बांट कर काम करने की तैयारी की है. इसके तहत पहले ग्रुप में 08 किलोवाट पीक (केडब्लूपी) से 20 किलोवाट पीक उत्पादन वाले सोलर प्लांट, दूसरे ग्रुप में 21 किलोवाट पीक से 25 किलोवाट पीक, तीसरे ग्रुप में 40 किलोवाट पीक से 60 किलोवाट पीक और चौथे ग्रुप में 100 किलोवाट पीक उत्पादन वाले सोलर पावर प्लांटों को रखा गया है. चयनित एजेंसी को हर दिन पर ब्रेडा को प्रगति रिपोर्ट देनी होगी.