रस्सी बंधे हाथ-पैर, मुंह पर लगा टेप, 55 दिनों बाद मधुबनी से बरामद हुआ सीतामढ़ी में पदस्थापित एसएसबी जवान
जयनगर अनुमंडल के देवधा थाना इलाके में सीतामढ़ी में पदस्थापित एसएसबी का एक जवान बेहोशी की हालत में मिला है. पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से एसएसबी जवान को जयनगर अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया है.
मधुबनी. जयनगर अनुमंडल के देवधा थाना इलाके में सीतामढ़ी में पदस्थापित एसएसबी का एक जवान बेहोशी की हालत में मिला है. पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से एसएसबी जवान को जयनगर अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया है.
पुलिस के अनुसार स्थानीय लोगों ने देवधा थाना के अकौन्हा गांव स्थित कमला नदी के पश्चिमी तटबंध के किनारे जवान को बेहोशी की हालत पाया. उसके हाथ और पैर में रस्सी बंधे थे और मुंह पर टेप लगा हुआ था. लोगों ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी.
डॉक्टरों के अनुसार जवान की हालत में सुधार हो रहा है. होश आने पर उसने डॉक्टरों को बताया कि उसे नहीं पता कि वो जयनगर कैसे पहुंचा. पीड़ित जवान की पहचान बेगूसराय जिले के नावकोठी थाना क्षेत्र निवासी ज्ञान रंजन के रूप में हुई है. जवान के पिता का नाम तेज नारायण पाठक बताया जा रहा है.
इधर, जवान के परिजनों का कहना है कि ज्ञान रंजन सीतामढ़ी में एसएसबी की 51 वीं बटालियन में हेड कांस्टेबल के रूप में पदस्थ था, लेकिन बीते 14 सितंबर की सुबह एसएसबी कैंप से उन्हें सूचना दी गई थी कि उनका बेटा कैंप से फरार हो गया है. परिजनों का कहना है कि एसएसबी के अधिकारियों ने उनके बेटे पर फरार होने का झठा आरोप लगाते हुए सीतामढ़ी के मेहसौल ओपी में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
परिजनों का आरोप है कि एसएसबी के कैंप में ड्यूटी के दौरान अधिकारियों द्वारा उनके बेटे को मानसिक और शारीरिक रूप से काफी प्रताड़ित किया जा रहा था. जिसके खिलाफ उनके परिवार द्वारा पटना हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी.
इसी वजह से उनके बेटे को एसएसबी के अधिकारियों के इशारे पर साजिशन कहीं बंधक बनाकर गायब कर दिया गया था. बहरहाल 55 दिनों बाद एसएसबी के लापता जवान का इस तरह बेहोशी की हालत में मिलने से कई सवाल उठ रहे हैं. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी है.
Posted by Ashish Jha