Bihar News: अब महानगरों में भी मिल रही जीविका की शाही लीची, दीदियां ही संचालित करती हैं ये कंपनी
लीची रेल सेवा के साथ एयर कार्गो सेवा द्वारा भी देश के विभिन्न हिस्सों में भेजी जा रही है. कंपनी की ओर से मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर, बोचहा मुसहरी आदि प्रखंडों में लीची की मार्केटिंग की जा रही है.
जूही स्मिता/पटना. जीविका दीदियों की ओर से उत्पादित शाही लीची देश के विभिन्न हिस्सों में मिठास का एहसास करा रही है. बिहार की पहचान शाही लीची के उत्पादन और बिक्री के क्षेत्र में जीविका दीदियों ने साल 2013 में अपना कदम रखा. लीची उत्पादन और उसकी मार्केटिंग का कार्य समर्पण जीविका महिला उत्पादक कंपनी, मुजफ्फरपुर की ओर से सफलतापूर्वक किया जा रहा है. यह छोटी शुरुआत आज लीची उत्पादन के क्षेत्र में बड़ा नाम बन चुकी है.
अब तक 30 टन से ज्यादा की जा चुकी है लीची का उत्पादन और बिक्री
इस साल कंपनी की ओर से अब तक 30 टन से ज्यादा लीची का उत्पादन और बिक्री की जा चुकी है. जीविका की लीची देश के सभी बड़े शहरों अहमदाबाद, बेंगलुरु, नयी दिल्ली, पुणे, मुंबई, चेन्नई और हैदराबाद में बिक्री के लिए उपलब्ध है. लीची रेल सेवा के साथ एयर कार्गो सेवा द्वारा भी देश के विभिन्न हिस्सों में भेजी जा रही है. कंपनी की ओर से मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर, बोचहा मुसहरी आदि प्रखंडों में लीची की मार्केटिंग की जा रही है.
दीदियां ही संचालित करती हैं कंपनी
कंपनी का संचालन जीविका दीदियां करती हैं. कंपनी में कुल 2228 शेयर धारक हैं, जिनमें से 226 लीची के उत्पादन और बिक्री से जुड़ी हैं. कंपनी का नाम बड़े बाजारों में जीविका ब्रांड के तौर पर स्थापित किया गया और बड़े विक्रेताओं से संपर्क स्थापित किया गया, जिसमे दीदियों को उनके उत्पाद की उचित कीमत मिल रही है. समर्पण जीविका उत्पादक कंपनी ने देश के बड़े विक्रेता जैसे – रिलायंस, प्रेश पिक्स, ग्रीन डिलाइट, फहीम अहमद एंड कंपनी आदि को अपना उत्पाद बेचा है. अब तक कुल 28 लाख से अधिक रुपये का कारोबार किया जा चुका है.
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दो साल के बाद लीची की क्वालिटी भी हुई बेहतर
जीविका के परियोजना प्रबंधक-विपणन एवं नवोन्मेष डॉ देवेश कुमार ने बताया कि दो साल से हम लीची की क्वालिटी के लिए स्ट्रगल कर रहे थे. इसके बाद हमने इसके लिए साइंटिस्ट एवं पेशेवरों से संपर्क किया और उनकी मदद से इस साल लीची की क्वालिटी काफी अच्छी हुई है. एयर कार्गो तक ले जाने के लिए फलों का तापमान बनाये रखने के लिए नेचर फ्रेश बैग्स का इस्तेमाल किया जा रहा है. अब तक पटना समेत अन्य राज्यों के लिए 30 टन शाही लीची का उत्पादन जीविका दीदियों की मदद से हो चुका है. पैक हाउस की सुविधा होने से लीची का निर्यात भी बड़े पैमाने पर किया जा सकेगा.
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