बौंसी ( बांका ). सनातन सफा संप्रदाय और जैन तीर्थ के समागम स्थल मंदार में मकर संक्रांति के अवसर पर भगवान मधुसूदन की शाही शोभायात्रा धूमधाम से निकाली गयी. रविवार को भारी तामझाम और सुरक्षा व्यवस्था के साथ शोभा यात्रा दोपहर करीब 2 बजे मधुसूदन मंदिर के सामने से निकली. करीब 5 दशक से मकर संक्रांति पर चली आ रही भगवान मधुसूदन की शोभा यात्रा को गाजे-बाजे और आकर्षक घुड़सवारी के साथ निकाला गया.
दोपहर 2 बजे भगवान मधुसूदन को गर्भ गृह से गोद में लेकर पुजारी निकले. उनके पीछे-पीछे बगडुम्मा ड्योडी के मंटू सिंह चांदी की छतरी लिए लिए चल रहे थे. हर हर शंभू का उद्घोष करते हुए उन्हें गरुड़ रथ पर बिठाया गया. आगे-आगे महात्मा भोली बाबा की कीर्तन मंडली उसके पीछे बैंड पार्टी और घुड़सवार चल रहे थे. भक्त भगवान मधुसूदन के जयकारे लगाते मंदार की ओर बढ़ रहे थे. रास्ते में जगह-जगह भक्त अपने सरकार का दर्शन करने के लिए नतमस्तक होकर खड़े मिले.
शोभायात्रा में सुरक्षा के दृष्टिकोण से एसडीएम डॉ प्रीति ,एसडीपीओ बिपिन बिहारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार, अंचलाधिकारी विजय कुमार गुप्ता ,थानाध्यक्ष अरविंद राय सहित भारी संख्या में पुलिसकर्मी चल रहे थे. भगवान मधुसूदन की शोभायात्रा परिक्रमा पथ होते हुए करीब 2 घंटे की यात्रा के बाद करीब 4 बजे मंदार के पूर्वी छोर स्थित चैतन्य महाप्रभु के बगल के बने फगडोल मंदिर पहुंची. जहां भक्तों भीड़ उनके दर्शन के लिए उमड़ पड़ी.
मंदिर में पंडितों द्वारा विराजमान कराने के वहां उनकी विधिवत पूजा अर्चना की गई. संध्या करीब 6 बजे भगवान की शोभा यात्रा वापस मंदिर पहुंची. संध्या आरती के बाद भगवान को भोग लगाकर शयनकक्ष में सुला दिया गया. इसके पूर्व पुजारियों ने भगवान मधुसूदन को पंचामृत स्नान कराकर दही चूड़ा दूध तिलकुट का भोग लगाया था. इस मौके पर मुख्य रुप से पंडा समाज, धर्म रक्षिणी के सदस्य रथयात्रा में सक्रिय रहे. मेला संवेदक शंकर सिंह , पंडित अवधेश ठाकुर,जय सिंह, धीरज सिंह,मिंटू सिंह, पुनीत सिंह, राजाराम अग्रवाल ,वार्ड पार्षद गुलशन सिंह, सुबंश ठाकुर, राजू ठाकुर सहित अन्य मौजूद थे.
इधर, मंदार तराई स्थित पवित्र पाप हरिणी सरोवर में मकर स्नान के लिए रविवार को भारी भीड़ उमड़ी. मकर संक्रांति का महापर्व मंदार क्षेत्र में पूरे आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया गया. अनुमान के मुताबिक पाप हरिणी सरोवर में करीब 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान किया. मकर स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने सरोवर मध्य स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा अर्चना की और दान पुण्य किया. कड़ाके की ठंड के बावजूद लोगों में श्रद्धा की कोई कमी नहीं दिखी. हर जगह भक्तों का तांता लगा हुआ था.