मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जीवनी पर लिखी किताब नीतीश कुमार अंतरंग दोस्तों की नजर से का सोमवार को ज्ञान भवन में पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव ने लोकार्पण किया. नीतीश कुमार के मित्र उदयकांत की ओर से लिखित इस पुस्तक की रॉयल्टी दिव्यांगों पर खर्च करने की घोषणा की गयी. इस दौरान दिव्यांगों की सहायता के लिए कई लोगों ने दस हजार रुपये देकर किताब खरीदी.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य सुभाषिनी अली ने कहा कि गांव का मुन्ना कैसे मंत्री बना, यह किताब उसकी कहानी है. राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि जीवनी अगर दोस्त लिखे तो वह जीवंत हो जाती है. कहा कि लालू व नीतीश की कोई भले कितनी भी आलोचना कर ले, पर उनको इग्नोर नहीं कर सकता है.
वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के व्यक्तित्व की सबसे खास बात उनका समय प्रबंधन है. मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के व्यक्तित्व की सबसे खास बात यही है कि वे बोलने से ज्यादा काम करने में विश्वास करते हैं. किताब के लेखक उदयकांत ने कहा कि नीतीश कुमार उम्र के जिस पड़ाव पर हैं, उसी उम्र में जेपी ने देश को जगाया और एक तब्दीली लायी. मैं उम्मीद करता हूं कि नीतीश भी उसी तरह देश को जगाकर एक तब्दीली लाएंगे.
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राजकमल प्रकाशन समूह के अध्यक्ष अशोक महेश्वरी ने कहा कि इस जीवनी में उनके एक सामान्य कस्बे में रहने वाले व्यक्ति से लेकर वर्तमान मुकाम तक पहुंचने की संघर्ष भरी दास्तान है. कार्यक्रम में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, जल संसाधन व सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी आदि मंचासीन थे. संचालन जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान के निदेशक नरेन्द्र पाठक ने किया.