नितेश कुमार, मुजफ्फरपुर. चलती ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ की स्काॅर्ट पार्टी अब बॉडी वार्न कैमरा से लैस होगी. यह कैमरा कंधे के पास लगा होगा. मुजफ्फरपुर आरपीएफ को 12 कैमरे मिले हैं. फिलहाल आरपीएफ तीन ट्रेनों में स्कॉर्ट कर रही है. जल्द ही यह सुविधा बहाल कर दी जायेगी.
स्कॉर्ट पार्टी के ट्रेन में चढ़ते ही यह कैमरा ऑन हो जायेगा. साथ ही वीडियो और आवाज की रिकॉर्डिंग शुरू हो जायेगी. आरपीएफ के जवान कैमरों को बंद नहीं कर सकेंगे. इसमें होने वाली रिकॉर्डिंग एक माह तक सुरक्षित रहेगी. इससे कोई घटना होने पर रिकॉर्डिंग से मदद मिल सकेगी.
इन कैमरों से सुरक्षा के साथ आरपीएफ जवानों पर लगने वाले अभद्रता और वसूली के आरोपों की सत्यता की जांच में भी मदद मिलेगी. दूसरे राज्यों में यह सेवा शुरू हो चुकी है. जल्द ही सोनपुर मंडल समेत मुजफ्फरपुर के सभी आरपीएफ पोस्ट में यह सुविधा उपलब्ध होगी.
-
चलती ट्रेनों में हो रही गतिविधियों पर कंट्रोल रूम की रहेगी पैनी नजर
-
ट्रेन में चलते ही वीडियो और आवाज की रिकॉर्डिंग शुरू हो जायेगी
-
ट्रेनों में आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी.
-
अक्सर ट्रेनों में चलने वाले पुलिस पर पैसेंजर्स द्वारा वसूली का आरोप लगाया जाता है. वसूली की गतिविधि कैमरे में रिकॉर्ड हो सकेगी.
-
ट्रेनों में बिना टिकट यात्रा करने वालों पर नजर रहेगी.
-
ट्रेन में कोई संदिग्ध वस्तु या सामान दिखाई देने पर
-
किन्नरों द्वारा जबर्दस्ती पैसेंजर्स से वसूले जाने पर
-
ट्रेन में ट्रेवल्स के दौरान पैसेंजर्स में आपसी मारपीट
-
अवैध वेंडर के संबंध में
-
महिला की सीट पर पुरुष पैसेंजर्स द्वारा कब्जा किये जाने के बारे में
-
ट्रेन में बार-बार चेन पुलिंग की घटनाओं के बारे में
-
आपराधिक वारदात के बारे में
बॉडी वार्न कैमरे की मदद से ट्रेन में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जायेगी. ट्रेन में किसी विवाद या दुर्घटना के संबंध में कैमरे से तत्काल जानकारी मिल सकेगी.
दिल्ली, मुंबई समेत अन्य जगहों पर इसका इस्तेमाल किया गया है. कैमरा ड्यूटी में तैनात आरपीएफ कर्मियों की वर्दी के ऊपर लगी रहेगी. यह एक तरह से यह सीसीटीवी कैमरे की तरह काम करता है. इसमें क्षमता के अनुसार चिप भी लगाये जा सकेंगे.
Posted by Ashish Jha