दरभंगा में प्रतिमा विसर्जन के दौरान भारी बवाल, दो गुटों के बीच पत्थरबाजी, पुलिस सहित डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल

दरभंगा में सरस्वती पूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन के दौरान गुरुवार की शाम जमकर हंगामा हुआ. घटना शहर के सदर थाना क्षेत्र के भालपट्टी ओपी के मुरिया हाट गाछी के पास की है. जहां मूर्ति विसर्जन के दौरान दो गुटों के बीच विवाद हो गया. इस दौरान जमकर पथराव हुआ. घटना में डेढ़ दर्जन से […]

By Anand Shekhar | February 16, 2024 9:13 AM

दरभंगा में सरस्वती पूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन के दौरान गुरुवार की शाम जमकर हंगामा हुआ. घटना शहर के सदर थाना क्षेत्र के भालपट्टी ओपी के मुरिया हाट गाछी के पास की है. जहां मूर्ति विसर्जन के दौरान दो गुटों के बीच विवाद हो गया. इस दौरान जमकर पथराव हुआ. घटना में डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये. यह भी कहा जा रहा है कि कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.

मौके पर मची भगदड़

बताया जा रहा है कि इस दौरान उपद्रवियों ने पथराव के साथ कई घरों और दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट भी की. उन्हें जो भी कार, बाइक, साइकिल मिली उसे क्षतिग्रस्त कर दिया. पथराव शुरू होते ही मौके पर भगदड़ मच गई. लोग मूर्ति छोड़कर वहां से चले गये. इस दौरान विसर्जन के लिए जा रही कई प्रतिमाएं भी तोड़ दी गईं.

घटनास्थल पर पुलिस कैंप कर रही

सूचना मिलते ही भालपट्टी ओपी समेत कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, वहीं जिले से भी बड़ी संख्या में पुलिस दंगा नियंत्रण बल के साथ मौके पर पहुंची. देखते ही देखते वह स्थान पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. जिलाधिकारी राजीव रोशन, एसएसपी रेड्डी आदि कई वरीय अधिकारियों को भी वहां पहुंचना पड़ा. काफी मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाया गया. वहां घंटों तक जाम लगा रहा. कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस घटनास्थल पर कैंप कर रही है.

जीवछ नदी में प्रतिमा विसर्जित की जाती है

बताया जा रहा है कि शाम करीब पांच बजे मुरिया, अदलपुर, मालीटोल समेत आसपास के कई गांवों की प्रतिमाएं विसर्जन के लिए जुलूस के रूप में पारंपरिक रूप में विसर्जन के लिए मुरिया हाट गाछी की ओर जा रही थीं. स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल प्रतिमा इसी रास्ते से हाट गाछी तक जाती है, फिर वापस आकर जीवछ नदी में विसर्जित कर दी जाती है. बताया जा रहा है कि इसी बीच अचानक ईंट-पत्थर चलने लगे. अफरा-तफरी का माहौल हो गया. इस दौरान भगदड़ मच गई.

जान बचा कर भागी पुलिस

जुलूस के साथ चल रहे पुलिस के जवानों को भी अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा. घटना की सूचना पर जिला से दंगा नियंत्रण बल की बड़ी संख्या में पुलिस वहां पहुंची. उन्हें भी काफी मशक्कत करनी पड़ी. इधर, डीएम राजीव रौशन एसएसपी से वार्ता के दौरान उपद्रवियों को चिह्नित कर गिरफ्तार किये जाने का आश्वासन मिला. देर शाम करीब नौ बजे मूर्ति को वापस जीवछ घाट के लिये रवाना किया गया. एसएसपी ने कहा कि स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है.

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