पटना. विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकार कोटे की 24 सीटों के लिए एनडीए और महागठबंधन के बीच घमासान शुरू हो गया है. चुनाव आयोग ने अब तक मतदान का शिड्यूल जारी नहीं किया है. इसके बावजूद दोनों ही गठबंधनों में सीटों को लेकर घटक दल आमने सामने खड़े हैं. एनडीए के भीतर जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने जहां भाजपा से आधी सीटें तालमेल में दिये जाने की मांग कर बेचैनी बढ़ा दी है.
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने उपेंद्र कुशवाहा के बयान को खारिज कर दिया है. महागठबंधन में राजद के साथ गठबंधन को लेकर कांग्रेस के भीतर उबाल मचा है. राजद ने अपनी पसंद की तीन सीटों पर अंदर ही अंदर उम्मीदवार का चयन कर उन्हें चुनाव की तैयारी करने को हरी झंडी दे दी है. कांग्रेस के भीतर राजद के इस कदम का कड़ा विरोध हो रहा है. पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ अशोक कुमार ने खुल कर राजद के साथ गठबंधन का विरोध किया है. वहीं भाकपा माले ने राजद गठबंधन के साथ विप चुनाव में उतरने का मन बना रहा है.
विधान परिषद की 24 सीटो के लिए महागठबंधन का सबसे बड़ा दल राजद 23 सीटों पर और एक सीट बांका पर सीपीआई को सौंपने की तैयारी में है. राजद ने इसका ब्लूप्रिंट बना लिया है. राजद ने यह ब्लूप्रिंट वाम दलों से चर्चा के बाद बनाया है. हालांकि राजद के उच्चपदाधिकारी ने कहा कि कांग्रेस को कोई सीट नहीं दी जायेगी. अनौपचारिक तौर पर कांग्रेस को इसके संकेत दे भी दिये गये हैं.
जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को एक बार फिर 24 सीटों में बराबरी की हिस्सेदारी की मांग दोहरायी है. स्थानीय प्राधिकार कोटे की जो सीटें खाली हुई है, उनमें 13 सीटें भाजपा कोटे की है. ऐसे में भाजपा नेता उपेंद्र कुशवाहा के बयानों को फिलहाल तरजीह नहीं दे रहे हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी साफ कहा कि मैं उन लोगों का ही जवाब दूंगा जो अधिकारिक तौर पर अधिकृत हैं. संजय जायसवाल ने कहा कि मैं प्रदेश अध्यक्ष या फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष के बयान पर ही जवाब दूंगा, कुशवाहा के बयान का कोई मोल नहीं है.
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राजद के साथ तालमेल को लेकर कांग्रेस का एक बड़ा तबका आक्रामक है. पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ अशोक कुमार ने कहा कि जब राजद ने कुशेश्वरस्थान की सीट कांग्रेस के लिए नहीं छोड़ी तो अब गठबंधन कीबात बेमानी है. दो माह पूर्व हुए उप चुनाव में राजद ने कांग्रेस की परंपरागत सीट कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवार उतार दिया था. इसके बाद से ही दोनों दलों में तल्खी आयी है. वहीं राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि विधान परिषद चुनाव को लेकर अभी कोई भी निर्णय नहीं हुआ है.