सीवान. लोकपर्व छठ को लेकर बिहार में तैयारी अंतिम चरण में है. नहाय खाय से शुरू होनेवाले इस पर्व को बिहार में सभी जाति धर्म के लोग करते हैं. सभी जाति धर्म के लोगों की सहभागिता ही इसे महापर्व बनाया था. गंगा के घाटों से लेकर जेल प्रांगण तक में सूर्य का अर्घ्य देने के लिए व्यवस्थाएं की जा रही है. सीवान कारा में खास तौर पर छठ के लिए एक तालाब का निर्माण किया गया है. यहां एक मुस्लिम महिला कैदी छठ का व्रत रखती हैं और सूर्य को अर्घ्य अर्पित करती है. जेल प्रशासन ने उस महिला कैदी के लिए सभी प्रकार की वस्तुओं का इंतेजाम किया है.
बताया जाता है कि सीवान जेल में कैद रुखसाना समेत 15 कैदी इस साल छठ पूजा करेंगी. रुखसाना ने 2021 में छठ मैया से मन्नत मांगी थी. पिछले साल वो उपवास रख कर छठ व्रत किया था. इस बार वो विधिवत रूप से छठ व्रत करेंगी. रुखसाना के साथ इस साल कई और महिला कैदी भी छठ की पूजा करेंगी. कैदियों के लिए पूजा सामग्री से लेकर वस्त्र और सजाने तक की जिम्मेदारी जेल प्रशासन ने ली है. जेल के अंदर ही अर्घ्य देने के लिए सीमेंट से निर्मित तालाब बनाये गये हैं. जेल प्रकाशन का कहना है कि नहाय खाय के दिन महिला व्रतियों के बीच वस्त्र और पूजा के सामान भी बांटे जाएंगे.
इस संबंध में जेल अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि इस बार करीब 15 छठव्रती महिला/पुरुष हैं, जो इस महापर्व को करेंगे. जिसके लिए जेल के अंदर ही अर्ध्य देने के लिए छोटा सा तालाब और पूजा सामग्री की व्यवस्था जेल प्रशासन ही करेगा. एक हिस्सा जो छठ करने के लिए होगा, उसे दुल्हन की तरह सजाया भी जा रहा है. वहीं जेल प्रशासन के द्वारा नये कपड़े भी उपलब्ध कराये जाएंगे. पिछली बार जेल में 8-10 कैदियों ने छठ किया था, इस बार ये संख्या बढ़कर 15 हो गयी है.