पटना . इंडिगो एयरलाइंस के पटना एयरपोर्ट स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड के मामले में पकड़े गये सौरव व पुष्कर उर्फ छोटू की रिमांड की अवधि गुरुवार को खत्म हो गयी और पुलिस ने दोनों को वापस जेल भेज दिया. लेकिन, घटना का रोडरेज के अलावे कोई अन्य कारण सामने नहीं आया है. हालांकि पुलिस को इन दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस के सामने रूपेश सिंह से जुड़े कई तथ्य और अच्छी तरह से स्पष्ट हो गये हैं.
अब इस मामले में एक और आरोपित का पकड़ा जाना बाकी है. सूत्रों के अनुसार, रूपेश की हत्या के बाद पुष्कर ने रितुराज, सौरव व एक अन्य से कनेक्शन को खत्म कर दिया और देवघर चला गया. पुलिस उसके पीछे देवघर भी पहुंची, लेकिन उसे भनक लग गयी और दिल्ली भाग गया. लेकिन, वहां से वह बेंगलुरु में दोस्त के पास जा कर रहने लगा.
इधर, पुलिस लगातार दबिश बनाये हुई थी और उसके कई करीबियों को उठा कर पूछताछ कर चुकी थी. इसके बाद उसने सरेंडर करने का मन बना लिया. फिर बिना किसी को बताये पटना चला आया और कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के बाद यह बातें भी पूरी तरह से स्पष्ट हुई है कि हत्या के लिए पिस्टल का इ ंतजाम रितुराज सिंह ने ही किया था. पुष्कर व सौरव ने इसकी पुष्टि की है. जबकि रितुराज ने उक्त दोनों पिस्टल मोतिहारी के किसी व्यक्ति से खरीद की थी.
पुलिस उसे भी खोजने में लगी हुई है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, नौबतपुर में हुए एक लड़की के साथ रेप व हत्या के मामले में भी पुष्कर आरोपित रहा है. यह शातिर अपराधी रहा है और इसका संबंध नौबतपुर व बिहटा के कई अपराधियों से रहा है. यह फिलहाल जमीन ब्रोकर का काम कर रहा था.
पुलिस एक और ओरोपित के पकड़े जाने के बाद जल्द ही चार्जशीट कर देगी. पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने में शामिल तीन अपराधियों को पकड़ लिया है. घटना में प्रयुक्त दोनों पिस्टल, बाइक बरामद कर ली है. इसके साथ ही रितुराज, सौरव व पुष्कर तीनों ने घटना का एक ही कारण रोडरेज बताया है. पुलिस अब जल्द-से-जल्द चार्जशीट करने के मूड में है. रूपेश सिंह की हत्या अपराधियों ने 12 जनवरी को कर दी थी.
Posted by Ashish Jha