पटना. पटना एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह हत्याकांड मामले का अगले दो से तीन दिनों में मुख्यालय या एसएसपी के स्तर से खुलासा हो सकता है. एसआइटी व एसटीएफ समेत लगी कई जांच एजेंसियों की फास्ट ट्रैक जांच के बाद लगभग इस हाइ प्रोफाइल मामले की तह तक पहुंचा जा चुका है.
सूत्रों की मानें, तो टीम अब इस मामले का खुलासा करने की तैयारी कर रही है. पुलिस सूत्रों की मानें, तो जांच टीम ने करीब 10 कुख्यात शूटरों को उठा लिया है. पूछताछ में कई राज सामने आये हैं. यह भी जानकारी मिल रही है कि रूपेश के पास से मिले आइपॉड से हत्याकांड से जुड़ी कई बातों के बारे में पता चला है.
सूत्रों की मानें, तो उसे करीब से जानने वाले ने ही उसकी हत्या का कॉन्ट्रैक्ट लिया है. मामले में यह भी बात सामने आ रही है कि यह हत्या में रुपये के लेनदेन का विवाद हो सकता है. यह रुपये टेंडर का हो या फिर किसी और काम का. एसआइटी की जांच में कई लोगों के नाम सामने आये हैं.
सूत्रों के अनुसार, रूपेश सिंह घटना के दिन ड्यूटी निबटा कर निकले थे. इसके बाद उन्होंने शेखपुरा के समीप एक दुकान से शर्ट खरीदा था और उसे गाड़ी की पिछली सीट पर रखने के बाद घर की ओर रवाना हो गये थे. उस दुकान में अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरा लगा था.
पुलिस ने उस दुकान के दुकानदार से पूछताछ की और फिर वहां लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला. सूत्रों के अनुसार इस दुकान के सीसीटीवी कैमरे में पुलिस को अहम जानकारियां हाथ लगी है और उसके आधार पर एसआइटी की जांच को गति मिली है. जिस कारण यह माना जा रहा है कि अब एसआइटी केस को सुलझाने के महज चंद कदमों की दूरी पर है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह बात सामने आयी है कि जो मर्डर करने वाले हैं और जो कराने वाले हैं, वे सभी कई दिनों से इस वारदात के बारे में प्लान कर रहे थे. अपराधियों को इस बात की पल-पल जानकारी दी जा रही थी कि अभी वह गोवा में वीकेंड पर गये हैं.
आज आयेंगे कब कितने बजे ऑफिस जायेंगे? उनके किसी अपने द्वारा अपराधियों को जानकारी मिल रही थी. सूत्रों की मानें, तो अपराधियों को पकड़ने में सबसे अहम भूमिका व्हाट्सएप कॉलिंग व डंप डाटा हो सकता है.
एसआइटी ने नौकरी से निकाले गये एयरपोर्ट कर्मी से भी पूछताछ की. उक्त कर्मी को रूपेश सिंह ने करीब एक माह पहले हटा दिया था. यह मूल रूप से यूपी के गोरखपुर कारहने वाला है.
इंडिगो एयरलाइंस के पटना एयरपोर्ट के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड में एसआइटी ने पुनाईचक से एक पुराने क्रिमिनल को उठाया है. इस पर लाइनर होने की आशंका जाहिर की जा रही है. एसआइटी उससे पूछताछ करने में लगी है.
सूत्रों के अनुसार, उक्त क्रिमिनल पटना शहर के एक कुख्यात का पूर्व में शागिर्द रहा है और गिरोह का शार्प शूटर भी रहा है. कुख्यात को पटना पुलिस शराब तस्करी और अन्य संगीन आपराधिक वारदातों के मामले में कई दिनों से खोज रही थी.
इस कुख्यात के इशारे पर उठाये गये क्रिमिनल ने जक्कनपुर, मीठापुर, बस स्टैंड में कई घटनाओं को अंजाम दिया है. सूत्रों का कहना है कि एसआइटी को उससे कई अहम जानकारियां हाथ लगी हैं.
पटना के उक्त कुख्यात का नाम जक्कनपुर इलाके में हुए बड़ी मात्रा में शराब की बरामदगी में आया था. इसके बाद से कुख्यात फरार है और उसके गिरोह के तमाम सदस्य अंडरग्राउंड हो चुके हैं.
Posted by Ashish Jha