पटना के 17 ग्रामीण आवास सहायक हटेंगे, कार्य में दिलचस्पी नहीं लेने पर दी गयी चेतावनी
उप विकास आयुक्त ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2020-21 की आवास पूर्णता की समीक्षा की. समीक्षा में पाया कि आवास सहायकों को मिले पंचायत में घरों के कंप्लीट की उपलब्धि लक्ष्य के अनुरूप संतोषजनक नहीं है.
पटना. प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में घरों के निर्माण को पूरा कराने में दिलचस्पी नहीं लेने वाले ग्रामीण आवास सहायक हटेंगे. पटना जिले में 17 ग्रामीण आवास सहायकों को चेतावनी दी गयी है. उप विकास आयुक्त तनय सुल्तानिया ने समीक्षा में ग्रामीण आवास सहायकों के द्वारा दिलचस्पी नहीं लिये जाने के कारण एक सप्ताह का मानदेय स्थगित किया है. इसके बाद भी स्थिति में सुधार नहीं होने पर अनुबंध रद्द कर चयन मुक्त करने की चेतावनी दी है. ग्रामीण आवास सहायकों को लक्ष्य के अनुरूप घरों के निर्माण को पूरा करने की उपलब्धि सुनिश्चित करने को कहा गया है. पटना जिले में दानापुर व मनेर प्रखंड में 1488 घरों का निर्माण नहीं हुआ है.
दानापुर व मनेर में सबसे अधिक घर अधूरा
उप विकास आयुक्त ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2020-21 की आवास पूर्णता की समीक्षा की. समीक्षा में पाया कि आवास सहायकों को मिले पंचायत में घरों के कंप्लीट की उपलब्धि लक्ष्य के अनुरूप संतोषजनक नहीं है. खास कर दानापुर व मनेर में घरों के कंपलीट नहीं होने की संख्या अधिक लंबित है.
दानापुर प्रखंड के पंचायत हेतनपुर पानो, पुरानी पानापुर, गंगहारा पान, कासिमचक,मनसा व पतलापुर में कुल 1036 घर अभी पूरी तरह नहीं बने हैं. वहीं मनेर प्रखंड के किताचोहतर पश्चिमी, किताचोहतर पूर्वी, शेरपुर पश्चिमी, वाक, व्यापुर, शेरपुर पूर्वी, सराय, माधोपुर व सुअरमरवा में कुल 452 घरों का निर्माण पूरा नहीं हुआ है.
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बिहटा प्रखंड के मुसेपुर पंचायत में 28 व बाढ़ के एकडंगा पंचायत में 26 घरों का निर्माण नहीं हुआ है. सभी अलग-अलग पंचायत में काम देख रहे ग्रामीण आवास सहायकों को चेतावनी मिली है. निर्धारित समय में लक्ष्य के अनुरूप घरों के निर्माण में दिलचस्पी नहीं लेनेवाले ग्रामीण आवास सहायकों को हटा दिया जायेगा.