भारत-नेपाल सीमा पर रूसी नागरिक गिरफ्तार, बिहार के रास्ते घुसपैठ के प्रयास का नहीं थम रहा सिलसिला

बिहार में अवैध तरीके से एंट्री लेने की फिराक में एक रूसी नागरिक गिरफ्तार हो गया. किशनगंज स्थित भारत-नेपाल बॉर्डर से उसे गिरफ्तार किया गया. एसएसबी के जवानों ने उसे तब पकड़ लिया जब वो अपना पहचान पत्र दिखाने में सफल नहीं हुआ.

By ThakurShaktilochan Sandilya | January 1, 2024 11:43 AM
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India-Nepal Border: भारत-नेपाल सीमा खुली होने की वजह से विदेशी नागरिकों का अवैध तरीके से भारत में प्रवेश थमने का नाम नहीं ले रहा. एकबार फिर से बिहार के किशनगंज में भारत-नेपाल सीमा पर एक विदेशी नागरिक अवैध तरीके से प्रवेश करता हुआ पकड़ में आया है. ताजा मामला में एसएसबी की 41वीं वाहिनी के बाजारूचाट बीओपी के जवानों ने एक रशियन (रूस) नागरिक को पकड़ लिया. पकड़े गये आरोपित का नाम एलेक्शनड्रॉव पवेल (37 वर्ष) है. वह रूस का रहने वाला बताया जाता है.

पहचान पत्र मांगा तो छूटे पसीने..

एसएसबी की 41वीं वाहिनी के बाजारूचाट बीओपी के जवानों ने एक रशियन (रूस) नागरिक एलेक्शनड्रॉव पवेल (37 वर्ष) को अवैध तरीके से बॉर्डर पार कर बिहार में प्रवेश करने के दौरान पकड़ लिया. एसएसबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बाजारूचाट बीओपी के एसएसबी जवानों ने नेपाल से भारत आ रहे उक्त व्यक्ति को जांच के लिए रोका. इसके बाद उसे अपना पहचान पत्र दिखाने के लिए कहा गया, तो वह घबराने लगा. इसके बाद एसएसबी को शक हुआ और जवानों ने उसे अपनी नागरिकता साबित करने के लिए वोटर कार्ड या अन्य पहचान पत्र दिखाने को कहा, लेकिन वह कोई भी पहचान पत्र नहीं दिखा सका.

सिलीगुड़ी अदालत में पेश करेगी पुलिस

एसएसबी की पूछताछ में उक्त नागरिक ने स्वीकार किया कि वह रूस का रहने वाला है. एसएसबी के द्वारा अपनी सारी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद पकड़े गये रूसी नागरिक को खोरीबाड़ी थाने को सुपुर्द कर दिया गया. गिरफ्तार व्यक्ति रूस से नेपाल कब आया था और फिर आज नेपाल से भारत क्यों आ रहा था? पुलिस इन सबकी जांच पड़ताल में जुट गयी है. पुलिस सोमवार को उसे सिलीगुड़ी अदालत में पेश करेगी.

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पाकिस्तानी महिला भी पकड़ी जा चुकी..

बता दें कि भारत-नेपाल सीमा खुली सीमा सुरक्षा एजेंसियाें के लिए के लिए चुनौती बनी हुई है. आए दिन अवैध तरीके से बिहार घुसने वाले विदेशी पकड़े जा रहे हैं. बीते साल की बात करें तो प्रदेश से दर्जन भर से अधिक देशों के 40 से अधिक विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पिछले साल नवंबर महीने में किशनगंज स्थित भारत- नेपाल बॉर्डर से सुरक्षाबलों ने दो पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया था. एक पाकिस्तानी महिला अपने बेटे के साथ अवैध तरीके से बॉर्डर पार करके बिहार में प्रवेश कर रही थी. लेकिन उसे सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया था. किशनगंज में एसएसबी की 41वीं बटालियन के सुरक्षाकर्मियों ने रुटीन जांच के दौरान बॉर्डर आउट पोस्ट पर एक पाकिस्तानी महिला शाइस्ता हनीफ और उसके बेटे आर्यन को गिरफ्तार किया था. महिला से पहचान पत्र दिखाने के लिए कहा गया था तो वो अपनी आइडी सामने नहीं रख सकी थी.

दर्जनों देशों के नागरिक पिछले साल धराए..

बिहार पुलिस मुख्यालय घुसपैठ के इन मामलों को लेकर काफी गंभीर है. लगातार कार्रवाई भी की जा रही है. बीते साल 2023 में कई देशों के नागरिकों को गलत तरीके से भारत में प्रवेश करते पकड़ा जा चुका है. इनमें नेपाल, सूडान, म्यांमार, रूस, चेक रिपब्लिक, तिब्बत (चीन), उज्बेकिस्तान, नाइजीरिया, बांग्लादेश , पूर्वी अफ्रीका (युगांडा), संयुक्त राज्य अमेरिका तथा चीन के नागरिक शामिल हैं. जिनकी गिरफ्तारी की गयी है. इनके खिलाफ विभिन्न थानों में दर्ज मामलों में अनुसंधान चल रहा है. यह जानकारी बिहार पुलिस के एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने दी थी.

पाकिस्तानी फंडिंग का भी मामला आया

बता दें कि बिहार पुलिस ने सीमांचल में भारत-नेपाल बॉर्डर के जरिए पाकिस्तानी फंडिंग का बड़ा खुलासा किया है. तीन भारतीय एजेंटों को भी गिरफ्तार किया गया है जो नेपाल में लोगों का बैंक खाता खुलवाते थे और उस पैसे का इस्तेमाल भारत में होता था. पाकिस्तान के आका के इशारे पर यह नेटवर्क काम करता था. भारत के कई बैंक खातों में मोटी रकम भेजी जाती थी. अमीर बनने के चक्कर में इस गिरोह में एजेंट बनकर कई लोग शामिल हुए. वहीं खुलासा हुआ है कि भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए ये पैसे भेजे जाते थे. किशनगंज समेत यूपी से संचालित कई बैंक खाताें को फ्रीज भी किया जा चुका है.

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