मुजफ्फरपुर. गर्मी की धमक शुरू हो गयी है. शहर से ग्रामीण इलाके का जलस्तर तेजी नीचे की ओर जा रहा है. लेकिन जिले के 159 वार्डों में हर घर नल का जल योजना का काम पूरा नहीं हुआ है.
इधर, पंचायती राज विभाग का 15 मार्च तक नल जल का काम पूरा करने का डेड लाइन खत्म है. अब जिम्मेवार पदाधिकारी के साथ संबंधित पंचायत प्रतिनिधि पर कार्रवाई होगी. यही नहीं, 1858 वार्डों में बिजली के कनेक्शन का काम भी आधा अधूरा है.
सात निश्चय योजना के तहत जिल की 313 पंचायतों के 4585 वार्डों में नल जल का काम शुरू हुआ. इनमें से 4426 वार्डों पानी पहुंच गया. अनुरक्षक (मोटर पंप का केयर टेकर) की नियुक्ति में हीला-हवाली चल रहा है. सिर्फ 2568 अनुरक्षक की बहाली हुई है. हालांकि जो काम हुए हैं, इसमें भी लगातार शिकायत मिल रही है.
इस योजना के तहत लोगों के घरों तक सहज एवं सुलभ ढंग से स्वच्छ पानी पहुंचाने की मुहिम सरकार ने शुरू की, लेकिन संबंधित पदाधिकारी व कर्मचारी की अनदेखी और जनप्रतिनिधियों की सुस्ती के कारण योजना का लाभ लोगों को सही ढंग से नहीं मिल पा रहा है. गड़बड़ी की शिकायत के बाद आला अफसरों ने कई बार इसकी जांच भी की.
कई जगहों से शिकायत है कि महीनों पूर्व पानी की टंकी लगायी गयी और पाइप बिछाकर नलका भी लगाया गया, लेकिन जलापूर्ति शुरू नहीं हुई. कई वार्डों की गलियों में बिछायी गयी पाइप टूट गयी है. राज्य सरकार ने नल जल योजना को लेकर हाल में ही फैसला लिया है कि जो मुखिया व वार्ड सदस्य काम पूरा नहीं कराये हैं, उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगायी जा सकती है.
प्रखंड काम नहीं काम पूरा बिजली कनेक्शन
मुशहरी 15 297 280
सकरा 9 307 228
बोचहां 5 226 143
मीनापुर 6 349 172
गायघाट 4 243 126
बंदरा 6 122 58
मुरौल 4 106 79
औराई 11 305 256
कटरा 6 237 192
कुढ़नी 14 498 178
कांटी 5 226 107
पारू 25 358 282
सरैया 13 364 232
साहेबगंज 13 241 128
मड़वन 9 151 15
मोतीपुर 14 396 350
Posted by Ashish Jha