सहरसा को रेलवे की ओर से मिल रही बड़ी सौगात, दिल्ली जाने के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की तैयारी
अगर समय पर ट्रैक मेंटेनेंस को फिट मिलती है तो जल्दी सहरसा से वंदे भारत ट्रेन चलाये जाने की घोषणा होगी. यह बता दें कि पांच दिन पहले ही पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य ट्रैक इंजीनियर मुकेश कुमार समस्तीपुर से सहरसा के बीच रेलखंड का ट्रैक निरीक्षण भी कर चुके हैं.
नीरज कुमार वर्मा, सहरसा. नये साल में सहरसा को वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिल सकती है. इसे लेकर रेलवे तैयारी में जुट गयी है. वहीं पूर्व मध्य रेलवे के उच्च अधिकारियों के अनुसार 2024 में देश के हर कोने से वंदे भारत ट्रेन चलायी जायेगी. जैसे-जैसे ट्रैक मेंटेनेंस कर फिट दिया जा रहा है, वहां से वंदे भारत ट्रेन चलायी जा रही है.
रेलवे इसकी तैयारी में जुट गयी है
सहरसा जंक्शन भी वंदे भारत ट्रेन चलने की सूची में शामिल है. फिलहाल रेलवे इसकी तैयारी में जुट गयी है. ट्रैक मेंटेनेंस से लेकर हर रेल कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. वहीं रेल अधिकारी भी इस बात का दावा कर रहे हैं कि सहरसा से भी वंदे भारत ट्रेन चलायी जा सकती है. हालांकि ट्रेन चलने को लेकर अभी कुछ समय निर्धारित नहीं किया गया है.
जल्द ही होगी घोषणा
जानकारी के अनुसार अगर समय पर ट्रैक मेंटेनेंस को फिट मिलती है तो जल्दी सहरसा से वंदे भारत ट्रेन चलाये जाने की घोषणा होगी. यह बता दें कि पांच दिन पहले ही पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य ट्रैक इंजीनियर मुकेश कुमार समस्तीपुर से सहरसा के बीच रेलखंड का ट्रैक निरीक्षण भी कर चुके हैं. इसके बाद रेल अधिकारी सरायगढ़ के लिए रवाना हुए थे.
सहरसा लोको पायलट को दिया जा रहा प्रशिक्षण
वंदे भारत ट्रेन चलाने के लिए लोको पायलट को एक्सपोर्ट किया जा रहा है. इस क्रम में सहरसा लोको पायलट को भी ट्रेन चलने को लेकर बारी-बारी से प्रशिक्षित किया जा रहा है.
लगातार चल रहा ट्रैक मेंटेनेंस का काम
सहरसा-मानसी रेलखंड के 41 किलोमीटर रेलखंड पर पिछले 20 दिनों से लगातार ट्रैक मेंटेनेंस का काम चल रहा है. इस दौरान ट्रेन परिचालन बाधित किए बिना ही 60 से 70 मिनट का प्रत्येक दिन सहरसा-मानसी रेलखंड के विभिन्न स्टेशनों पर ब्लॉक भी लिया जा रहा है. रेल सूत्रों की मानें तो रेलवे ट्रैक पर अधिकतम स्पीड से ट्रेनों का परिचलन हो सके, इसलिए ट्रैक को मेंटेनेंस कर फिट देने की कोशिश की जा रही है. हालांकि अभी काम जारी रहेगा.
कई जगह लगाये गये हैं कौशन
रेलवे ट्रैक को पूरी तरह से फिट देने के लिए सहरसा-मानसी रेलखंड के सभी मेजर ब्रिज और रेल पुलिया को भी भी मेंटेनेंस में इंजीनियरों को लगाया गया है. 41 किलोमीटर रेलखंड पर फिलहाल तीन जगह कौशन लगाये गये हैं. इस दौरान ट्रेन की स्पीड भी इन जगहों पर कम की गयी है. 10 किलोमीटर प्रति घंटा स्पीड निर्धारित की गयी है
वंदे भारत के अधिकतम स्पीड है 160
वंदे भारत ट्रेन की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गयी है. फिलहाल जिन जगहों से इन ट्रेन को चलाया जायेगा, उन रेलखंड पर रेलवे ट्रैक रेलवे ट्रैक का मेंटेनेंस लगातार किया जा रहा है. ताकि 160 की स्पीड से ट्रेन चलाने की फिट मिल सके.
सहरसा से दिल्ली के बीच मिल सकती है वंदे भारत
रेल सूत्रों की माने तो सहरसा से नई दिल्ली के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने का प्रपोजल है. इसमें स्लीपर कोच भी लगाया जा सकता है, लेकिन आधिकारिक तौर पर ट्रेन कहां से कहां तक चलेगी, पुष्टि नहीं की गयी है.
क्यों मिलनी चाहिए सहरसा को वंदे भारत ट्रेन
समस्तीपुर डिवीजन के अंतर्गत सहरसा जंक्शन की गिनती सबसे मेजर स्टेशनों में होती है. कोसी एरिया का यह महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन सीमांचल, मिथिलांचल और पूर्वोत्तर राज्यों को भी जोड़ने का काम करता है. हालांकि पूर्वोत्तर राज्य के लिए अभी सहरसा से कोई सीधी ट्रेन नहीं है. रेल राजस्व में भी सहरसा की गिनती अव्वल दर्जे में आती है. देश के कोने-कोने से जाने के लिए लोग यहां से रोजाना सफर करते हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
हाजीपुर जोन के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि वर्ष 2024 तक देश के हर कोने से वंदे भारत ट्रेन चलायी जायेगी. इसे लेकर हर जगह ट्रैक मेंटेनेंस का काम चल रहा है. जैसे-जैसे ट्रैक मेंटेनेंस कर फिट मिलेगी, वंदे भारत ट्रेन चलाने का प्रपोजल तैयार होगा और ट्रेन चलायी जायेगी. भविष्य में सहरसा से भी वंदे भारत चलायी जायेगी. ट्रेन चलाने से पहले रेलवे ट्रैक का फिट देखा जायेगा.