सहरसा-मानसी 45 किलोमीटर रेलखंड के दोहरीकरण का रास्ता साफ हो गया है. सहरसा-मानसी रेल लाइन के भविष्य में दोहरीकरण के लिए प्रारंभिक चरण में लाइन निर्माण के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए रेलवे ने टेंडर जारी कर दिया है. रेलवे ने इसके लिए करीब 85 लाख 44 हजार 600 रूपये का टेंडर जारी किया है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो निकट भविष्य में यह लाइन डबल हो जायेगी. कोई भी एजेंसी अगर यह टेंडर लेती है तो 6 माह के अंदर पूरी रिपोर्ट तैयार होने के बाद रेल मंडल को सौंपेगी. जिसके बाद उक्त रिपोर्ट को मुख्यालय अनुमोदन के लिए भेजा जायेगा.
सहरसा-मानसी दोहरीकरण का कार्य कब शुरू होगा..
इसके बाद मुख्यालय द्वारा उक्त रिपोर्ट को स्वीकृति के लिए रेलवे बोर्ड भेजा जायेगा. इसके बाद स्वीकृति मिलते ही सहरसा-मानसी दोहरीकरण का कार्य शुरू हो सकेगा. यहां बता दें कि सहरसा-मानसी रेलखंड का अमान परिवर्तन कार्य वर्ष 2005 से पूरा हुआ था. तात्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने सहरसा-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. इस दौरान रेल मंत्री ने सहरसा-मानसी डबल रेल लाइन के निर्माण की भी घोषणा की थी.
7 मार्च तक अंतिम टेंडर
सहरसा-मानसी दोहरीकरण के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है. इस कार्य के तहत संबंधित डिजाइन की ड्रॉइंग तथा विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी डीपीआर एवं अन्य प्रारंभिक गतिविधियों का डिटेल स्टीमेट बनाया जायेगा. कितने छोटे ब्रिज और कितने बड़े ब्रिज का निर्माण होना है, इसके अलावा निर्माण कार्य में जो अड़चन आयेगी, उनको कैसे दूर किया जायेगा, रिपोर्ट में हर बात शामिल होगी. फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए करीब 86 लाख रुपये रेलवे की ओर से टेंडर जारी किया गया है. आगामी 7 मार्च तक टेंडर गिराने की अंतिम तिथि निश्चित की गयी है.
क्रॉसिंग का झंझट होगा खत्म
सहरसा से मानसी 45 किलोमीटर रेलखंड पर करीब 6 स्टेशन और दो हॉल्ट स्टेशन है. करीब 38 जोड़ी ट्रेनों का परिचालन होता है. इसमें साप्ताहिक ट्रेन भी शामिल है. इसके अलावा कई अन्य माल ट्रेन का भी परिचालन हो रहा है. करीब 50 से अधिक ट्रेन रोजाना अप डाउन में चलती है. सिंगल लाइन होने की वजह से मालगाड़ी, मेल एक्सप्रेस और यात्री ट्रेन क्रॉसिंग के कारण लेट लतीफ होती है. क्रॉसिंग के कारण कई बार ट्रेन को कोपरिया, सिमरी बख्तियारपुर, सोनबरसा कचहरी स्टेशन पर घंटे भर रोक दी जाती है. इनमें गरीब रथ, इंटरसिटी, जानकी एक्सप्रेस सहित कई ट्रेन शामिल है. इससे यात्री काफी परेशान होते हैं. दोहरीकरण के बाद क्रॉसिंग का झंझट पूरी तरह से खत्म होगा.