बिहार: हाथ में हथकड़ी-बगल में बैठी पुलिस, ऐसे कृषि विभागीय डीलर परीक्षा देने पहुंचा कृष्णा, जानें कारण
बिहार के सहरसा में कृषि विभागीय डीलर परीक्षा में एक अजीब नजारा देखने को मिला. यहां, हथकड़ी लगाए एक व्यक्ति प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने के लिए आया. उसे देखकर लोग हैरानी में पड़ गए. हालांकि, इससे कृष्णा कोई फर्क नहीं पड़ा.
बिहार के सहरसा में कृषि विभागीय डीलर परीक्षा में एक अजीब नजारा देखने को मिला. यहां, हथकड़ी लगाए एक व्यक्ति प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने के लिए आया. वैसे तो किसी भी परीक्षा में जेल में बंद अपराधियों को पुलिस की निगरानी में परीक्षा देने का अधिकार प्राप्त है. इसके लिए मंडल कारा द्वारा व्यवस्था की जाती रही है. लेकिन अक्सर ऐसे कैदियों के हाथों में हथकड़ी नहीं होती है. लेकिन शनिवार को कृषि विभाग द्वारा आयोजित कृषि डिप्लोमा परीक्षा देने के लिए एक विचाराधीन कैदी को ई कृषि भवन कहरा प्रखंड लाया गया. उसके हाथ में हथकड़ी व बगल में एक जेल के सिपाही ने बैठकर परीक्षा दिलायी, जो अपने आप में अनूठा है.
कृष्णा कुमार ने जेल में रहकर भी इस परीक्षा की तैयारी की. जब परीक्षा देने की बारी आई तो उन्होंने न्यायालय से अनुमति मांगी. अनुमति मिलने के बाद वे परीक्षा हॉल पहुंचे थे. कृषि विभाग द्वारा आयोजित डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन सर्विस फॉर इनपुट डीलर की परीक्षा ली जा रही थी. परीक्षा का मुख्य उद्देश्य खाद बीज का दुकान खोलने के लिए डीलर का था. डिप्लोमा कोर्स के तहत परीक्षा पास करनी होती है. विचाराधीन कैदी नाम कृष्णा कुमार बीते पांच अप्रैल से मारपीट के किसी मामले में मंडल कारा में बंद हैं.
इस मामले को लेकर उप परियोजना निदेशक आत्मा राजेश कुमार ने बताया कि जो व्यक्ति खाद बीज का दुकान खोलना चाहते हैं. उसके लिए डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन सर्विस फॉर इनपुट डीलर परीक्षा पास करना होता है. उसी के लिए यह परीक्षा का आयोजन किया गया. इसमें हैदराबाद से आये डॉ शब्बीर पटेल की देखरेख में परीक्षा संपन्न हुई. इस परीक्षा में कुल 80 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए. एक विचाराधीन कैदी भी इस परीक्षा केंद्र में परीक्षा देने पहुंचे. उनका टीपी नंबर 1328 था. वह सेल्फ फाइनेंस का अभ्यर्थी था.