नये पावरग्रिड से सहरसा, सुपौल, खगड़िया को मिलेगा लाभ, ऊर्जा मंत्री ने किया शिलान्यास
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोच पैदा कर हर घर में बिजली का कनेक्शन दिया. अमीर लोग बिजली पहले भी जलाते थे, लेकिन गरीब सोच भी नहीं सकता था कि उसका घर भी बिजली की रौशनी से जगमग होगी.
सत्तरकटैया. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोच पैदा कर हर घर में बिजली का कनेक्शन दिया. अमीर लोग बिजली पहले भी जलाते थे, लेकिन गरीब सोच भी नहीं सकता था कि उसका घर भी बिजली की रौशनी से जगमग होगी. उक्त बातें रविवार को सिहौल स्थित पावरग्रिड में किशनगंज-दरभंगा लाइन के लीलो का वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास करते हुए केंद्रीय विद्युत राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आरके सिंह ने कही. उन्होंने कहा कि भौगोलिक कारणों से उत्तर बिहार उपेक्षित रहा है. यहां की संरचना को मजबूत करने की आवश्यकता है.
ऊर्जा के क्षेत्र में अमूल्य परिवर्तन
ऊर्जा के क्षेत्र में जो स्थिति थी उसमें हमलोगों ने अमूल्य परिवर्तन किया है. पिछले वर्ष में छह हजार एक सौ मेगावाट बिजली का उत्पादन किया. तीन हजार मेगावाट की तैयारी हमलोगों ने और की है. तीन करोड़ 25 लाख लोगों के घर बिजली दी. अब खेती में डीजल के उपयोग का समापन होगा. किसान बिजली से पंपसेट चलाकर पटवन करेंगे, खेती में किसानों को पैसा कम लगेगा. बिहार की सड़कें जर्जर थी, जिसे नीतीश ने बदल दिया. गंगा पर पुल के बारे में कोई सोच नहीं सकता था.अब बिहार को कोई पीछे नहीं रख सकता. बिहार के लोगों में प्रतिभा है. उन्होंने बेहतर काम के लिए पावरग्रिड को बधाई दी.
1025 करोड़ खर्च कर जोड़ेंगे उत्तर बिहार को
बिहार सरकार के ऊर्जा व मद्द निषेध विभाग मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि किशनगंज और दरभंगा बाढ़ से प्रभावित इलाका है. हिमालय पर जब बर्फ पिघलता है तो गर्मी में भी लबालब पानी आ जाता है. उत्तर बिहार में सात पावरग्रिड है. बिहार में 14 ग्रिड है. 425 करोड़ केंद्र और छह सौ करोड़ राज्य सरकार खर्च कर उत्तर बिहार को जोड़ेगी. बाढ़ और अन्स परेशानी आने के बावजूद उत्तर बिहार बिजली के मामले में समृद्ध रहेगा. सौ किमी कोसी पहले बहती थी. 56 सौ मेगावाट बिजली मिलती है. ऐतिहासिक काम हुआ है.
कोसी क्षेत्र को मिलेगा बिजली का लाभ : सांसद
मधेपुरा सांसद दिनेशचंद्र यादव ने कहा कि सौ करोड़ की लागत से इस परियोजना का निर्माण हो रहा है. यह खुशी की बात है. यह पिछड़ा हुआ इलाका है. उन्होंने मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री को धन्यवाद दिया. मुख्यमंत्री जी विकास के प्रति सतत लगे रहते हैं. कई दिशाओं से बिजली लाइन को जोड़ा जा रहा है. पावरग्रिड के सीएमडी ने अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन किया. उन्होंने कहा कि पावरग्रिड के 400/220/132 केवी सहरसा उपकेंद्र में 400 केवी डबल सर्किट किशनगंज दरभंगा पारेषण लाइन के लीलो निर्माण परियोजना के तैयार होने पर पटना लाइन के माध्यम से पटना और किशनगंज को जोड़ा जाएगा.
posted by ashish jha