आपके अतिक्रमण से मोहल्ले की सड़कें बनने लगीं गलियां

मोहल्ले में नहीं दौड़ पाते चारपहिया वाहन नगर परिषद नहीं कर रही कार्रवाई सहरसा : तमाम नियमों, कानूनों और पटना उच्च न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बावजूद पूरा शहर अतिक्रमण की चपेट में है. बटराहा, नया बाजार, कृष्णा नगर, गंगजला, पूरब बाजार, हटियागाछी, गांधी पथ, डीबी रोड होते हुए लक्ष्मीनाथ नगर तक सड़क के दोनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2017 12:09 PM
मोहल्ले में नहीं दौड़ पाते चारपहिया वाहन
नगर परिषद नहीं कर रही कार्रवाई
सहरसा : तमाम नियमों, कानूनों और पटना उच्च न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बावजूद पूरा शहर अतिक्रमण की चपेट में है. बटराहा, नया बाजार, कृष्णा नगर, गंगजला, पूरब बाजार, हटियागाछी, गांधी पथ, डीबी रोड होते हुए लक्ष्मीनाथ नगर तक सड़क के दोनों किनारे सड़क और नालों के ऊपर लोगों ने स्थायी रूप से अतिक्रमण कर रखा है. लेकिन इन रास्तों पर हुए अतिक्रमण ने चारपहिया वाहनों को गुजरने में समस्या उत्पन्न कर दी है. इसके बाद भी स्थानीय गणमान्य नागरिक इस पर ध्यान देने के बजाय इसे बढ़ावा देने में जुटे हुए हैं.
इसके अलावा मुख्य मार्गों से गुजरने वाले हर चौक-चौराहे सहित नाले पर अवैध रूप से सजी दुकानें, फुटपाथ पर बनी झोपड़ियां एक साथ दो मुसीबतें शहरवासियों को तोहफे के रूप में दे रही है. एक तो जाम, दूसरा बरसात के मौसम में जल-जमाव. इन कारणों से नालों की उड़ाही तक ठीक से नहीं हो पा रही है. इन मोहल्ले की सड़कों पर बाइक लग जाती है तो छोटी कार को गुजारने में भी मशक्कत करनी होती है. लोगों के पास वाहन होने के बावजूद घरों से बाहर निकालना मुश्किल हो गया है. स्थानीय लोगों के पास गाड़ी है मकान भी है लेकिन चौड़ी सड़क नहीं होने का रोना रोने को मजबूर हैं.
सबकुछ है, सड़क की दिक्कत है :
स्थानीय बटराहा निवासी विक्रांत बताते हैं कि कृष्णा नगर व लक्ष्मीनाथ नगर में चारपहिया वाहनों को गुजारने में काफी परेशानी होती है. लोग घरों के आगे अपनी सीमा से बढ़कर अतिक्रमण कर चुके हैं.
इस वजह से वाहनों की आवाजाही में काफी परेशानी होती है. उन्होंने बताया कि इस प्रकार के रवैये अपनाने वाले लोगों के विरूद्ध सार्वजनिक नोटिस जारी कर कार्रवाई करना चाहिए. गंगजला स्थित बंफर चौक निवासी आनंद बताते है कि अतिक्रमण के कारण बड़ी गाड़ी प्रवेश नहीं कर पाती है. ज्ञात हो कि लाखों रुपये खर्च कर स्थानीय लोगों द्वारा निर्माण कराये गये रिहाइश का सुख बगैर वाहन नसीब नहीं हो रहा है.
वाहन चालक करते हैं किचकिच: संकरी हो चुकी सड़कों से वाहनों के आवागमन में काफी परेशानी होती है. ऐसे में सड़क किनारे बाइक या अन्य वाहन पार्क होने पर चालक को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. स्थानीय लोगों से जब अतिक्रमण हटाने को लेकर कहा जाता है तो लोग विवाद करने लगते हैं. कमोबेश इस प्रकार की स्थिति नगर के सभी मोहल्ले में है.
नगर परिषद नहीं कर रही कार्रवाई: दिन-ब-दिन शहर में बढ़ रहीं अतिक्रमण की समस्या के समाधान को लेकर नगर परिषद की कोई कवायद नजर नहीं आ रही है. ज्ञात हो कि नगर परिषद द्वारा पारित आवासीय नक्शा में इन बातों का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. खासबात यह है कि नप के अभियंता बगैर स्थल निरीक्षण किये नक्शा निर्गत कर रहे हैं.
आवश्यक सुविधा से महरूम हो रहे लोग: अतिक्रमण के कारण नगर के रिहायसी एरिया के लोगो को कैब की सुविधा भी आसानी से नहीं मिल पाती है. लोगों को वाहन की सवारी करने के लिए मुख्य मार्ग तक पहुंचने की मजबूरी बनी हुई है. अगलगी की स्थिति में अग्निशाम वाहन रास्ता नहीं मिलने की वजह से स्थल तक नहीं पहुंच पाती है. बीमार मरीजों को एंबुलेंस की सुविधा के बजाय निजी वाहन या ऑटो व रिक्शा पर निर्भर रहना पड़ता है.

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