सहरसा : बीते विधानसभा चुनाव के बाद विधायक की कुर्सी संभालते ही स्थानीय विधायक अरुण यादव ने सड़कों को गड्ढामुक्त करने का आश्वासन दिया था. मगर ये आदेश सहरसा शहर में हवा हवाई हो गया. शहर के विशिष्ट इलाके की सड़कों का हाल बेहाल है. जनप्रतिनिधियों के घरों के आसपास की सड़कें तक गड्ढों में तब्दील हो गईं.
सदर विधायक अरुण कुमार के पंचवटी आवास के सामने वाली रोड जर्जर है. सड़क में जानलेवा गड्ढे हैं. ये गड्ढे रोजाना हादसों की वजह बनते हैं. विधायक के घर से गुजरने वाली सड़क बाइपास रोड और गंगजला रोड को जोड़ती है. इस रोड पर वाहनों की आवाजाही भी अधिक है. बावजूद इसके नगर परिषद और लोक निर्माण विभाग की नजर इस वीआईपी रोड पर कभी नहीं पड़ी.
विधायक के घर के ठीक सामने सड़क में गहरे गड्ढे हैं. इतना ही नहीं सड़क पर बारिश के दिनों में जलजमाव के कारण हादसे होते ही रहते है. सड़क के दोनों ओर गहरे गड्ढे हो गये. गहरे गड्ढों में कार और बाइक गिरने से हादसे होते हैं. गाड़ियां टूटती हैं. शहर की दूसरी सड़कों का हाल और बुरा है.
प्रशांत रोड वाहनों की दुश्मन
शहर की पॉश कॉलोनी में शुमार प्रशांत रोड की सड़कों का हालत चलने लायक नहीं हैं. प्रशांत मोड़ से रहमान चौक पर सड़क काफी दिनों से टूटी पड़ी है. बस स्टैंड से दुर्गा स्थान की ओर जाने वाली सड़क का बरसात में और बुरा हाल हो गया है. टूटी सड़क पर पानी भरने से लोगों को गड्ढों का अंदाजा तक नहीं होता. हादसे हो रहे हैं. कोई देखने वाला नहीं है. पार्षद प्रतिनिधि टीपू झा कहते है कि विभाग को कई बार गुहार लगायी गयी है. दुर्गा पूजा से पहले सड़क की मरम्मत नहीं हुई तो आंदोलन की शुरुआत की जायेगी. ज्ञात हो पूजा के समय हजारों लोग माता के दर्शन के लिए इस रास्ते का उपयोग करते है.
स्टेशन रोड पार करो, तो मानें
शहर के महावीर चौक से चांदनी चौक होते भारतीय नगर की सड़क राहगीरों के लिए चुनौती बन रही है. इस सड़क पर वाहन का गुजारना रोमांचकारी होता जा रहा है. सड़क पर गड्डे जानलेवा हो गये है. रोजाना हजारों लोग स्टेशन जाने के लिए इसी रास्ते का उपयोग करते है. सड़क पर निकल आये पत्थर हादसे की गवाही दे रहे है. ज्ञात हो कि इस सड़क के दोनों तरफ अधिकांश ज्वेलर्स की दुकानें है. इन लोगों का व्यवसाय भी जर्जर सड़क की वजह से चौपट हो रहा है. व्यवसायियों ने कहा कि जनप्रतिनिधि मौन है अधिकारी को फिक्र नहीं है.
कमाई नप की, सुविधा कौन देगा
बस स्टैंड से नगर परिषद को प्रत्येक महीने लाखों रुपये की कमाई टैक्स के माध्यम से होती है. लेकिन सुविधा न के बराबर है. बस स्टैंड की सड़क भगवान भरोसे है. वाहन चालक से लेकर यात्री परेशान रहते है. सड़क पर गड्डों के बीच गंदगी को उठाने वाला कोई नहीं है. यात्रियों को बदबू व कचरे के बीच गाड़ियों का इंतजार करने की मजबूरी बनी हुई है. बस मालिक कहते है कि सुविधा कुछ नहीं सिर्फ टैक्स वसूली से नगर परिषद मतलब रखती है. विकास के नाम पर नगर में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है. जिसकी चर्चा सार्वजनिक रूप से किया जा सके.
आप भी कर सकते हैं शहर को सुंदर बनाने में मदद
शहर में रहने वाले लोगों की मदद बगैर शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने की परिकल्पना साकार नहीं की जा सकती है. इसमें आम जनों को भी एक कदम स्वच्छता की तरफ बढ़ाने की आवश्यकता है. घर की गंदगी व कचरा को सड़कों पर फेंकने के बजाय डस्टबीन में फेंके. इसके अलावा लोगों की शिकायत है कि सड़कों पर घरों के पानी को भी जहां तहां बहाया जाता है. जिससे जलजमाव की समस्या होने लगती है. ऐसी परिस्थिति में शहर के लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है. आप सार्वजनिक स्तर पर मोहल्ले की कर रहे हैं सफाई, तो हमारे हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें.