सीएम साहब, नवहट्टा को अनुमंडल बनाएं
कहा, अनुमंडल बनने की सभी अर्हता पूरी करता है नवहट्टा सहरसा : विकास समीक्षा यात्रा के क्रम में गुरुवार को सुलिंदाबाद आये सीएम नीतीश कुमार को ज्ञापन सौंप जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मो शमशाद आलम ने नवहट्टा को अनुमंडल बनाने की मांग की है. दिये ज्ञापन में उन्होंने कहा कि कोसी नदी पर बसे […]
कहा, अनुमंडल बनने की सभी अर्हता पूरी करता है नवहट्टा
सहरसा : विकास समीक्षा यात्रा के क्रम में गुरुवार को सुलिंदाबाद आये सीएम नीतीश कुमार को ज्ञापन सौंप जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मो शमशाद आलम ने नवहट्टा को अनुमंडल बनाने की मांग की है. दिये ज्ञापन में उन्होंने कहा कि कोसी नदी पर बसे सहरसा जिले के नवहट्टा प्रखंड में 14 पंचायत हैं. जिनमें से सात पूर्णत: कोसी नदी के गर्भ में बसे हुए हैं. हर साल आनेवाली बाढ़ में यहां भारी तबाही मचती है. किसानों के फसल डूब जाते हैं और जनजीवन बदहाल हो जाता है. बाढ़ के बाद भी कई महीने तक पानी के जमा रहने से बीमारियां फैलती रहती है. प्रखंड मुख्यालय से अनुमंडल व जिला मुख्यालय की दूरी 25 किलोमीटर है.
तटबंध के अंदर के लोगों को विभागीय कार्य कराने के लिए पूरे एक दिन का समय लग जाता है. जाने और आने के लिए नाव का ही सहारा होता है. अनुमंडल बन जाने से नवहट्टा सहित आसपास के प्रखंडों को भी कई तरह की सुविधा मिलेगी. दूसरी ओर जदयू के पूर्व प्रदेश महासचिव इस्तियाक खान ने भी सीएम को ज्ञापन दे नवहट्टा को अनुमंडल बनाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि प्रखंड की आधी से अधिक आबादी तटबंध के भीतर निवास करती है. जिला मुख्यालय तो दूर की बात प्रखंड मुख्यालय आने में तीन से चार घंटे का समय लगता है. जबकि नवहट्टा में रेफरल अस्पताल एवं कोसी डिवीजन कार्यालय भी है. इसलिए इसे अनुमंडल का दिर्जा दया जा सकता है.