सुरक्षा में तैनात होंगे आरपीएफ के सौ जवान
बिजली तार की चोरी. विद्युतीकरण में बाधा की खबर पर रेलवे ने फिर लिया संज्ञान रेलवे विद्युतीकरण की देखरेख में लगाये जायेंगे दिल्ली से पहुंच रहे हैं सभी आरपीएफ के जवान काम पूरा होने तक मधेपुरा से मानसी तक तार की होगी सुरक्षा सहरसा : फरवरी के आखिरी महीने में मधेपुरा विद्युत रेल इंजन कारखाना […]
बिजली तार की चोरी. विद्युतीकरण में बाधा की खबर पर रेलवे ने फिर लिया संज्ञान
रेलवे विद्युतीकरण की देखरेख में लगाये जायेंगे
दिल्ली से पहुंच रहे हैं सभी आरपीएफ के जवान
काम पूरा होने तक मधेपुरा से मानसी तक तार की होगी सुरक्षा
सहरसा : फरवरी के आखिरी महीने में मधेपुरा विद्युत रेल इंजन कारखाना से वहां तैयार पहला इलेक्ट्रिक इंजन को निकालने के लिए चल रहे विद्युतीकरण कार्य में हुई परेशानी में तार चोरी की घटना को रोकने के लिए रेल प्रशासन ने पूरी तत्परता दिखाई है. मालूम हो कि मधेपुरा से सहरसा व मानसी तक चल रहे रेल विद्युतीकरण कार्य में तार चोरी की घटना से विद्युतीकरण कार्य में रुकावट पैदा हो गयी थी. मधेपुरा रेलखंड सहित सहरसा-मानसी रेलखंड में रेल विद्युतीकरण कार्य में तार चोरी की घटना की ठेकेदार द्वारा शिकायत के बाद प्रभात खबर में छपी खबर को ट्यूटर पर हाजीपुर जोन के जीएम ने लिया.
उन्होंने समस्तीपुर रेल मंडल के सीनियर अधिकारियों को तार चोरी की घटना को रोकने के लिए सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया. जिसके बाद रेल प्रशासन इस दिशा में काफी सख्त दिखने लगा है. स्थानीय आरपीएफ इंस्पेक्टर अर्जुन कुमार यादव द्वारा लगातार रेल सेक्सन का दौरा कर तार चोरी की घटना में शामिल वांछित लोगों पर पिछले कई दिनों कड़ी नजर रखी जा रही है. साथ ही विद्युतीकरण में लगी कार्य एजेंसी को पूरी सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करायी जा रही थी. लेकिन मधेपुरा से सहरसा व मानसी तक चल रहे रेल विद्युतीकरण काम को देखते हुए आरपीएफ द्वारा अतिरिक्त जवान की मांग की गयी.
जिसको देखते हुए रेलवे सुरक्षा विभाग की ओर से एक कंपनी जवान को दिल्ली से सहरसा भेजे जाने की स्वीकृत दी गयी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार एक सौ आरपीएफ जवान सहरसा के लिए दिल्ली से चल चुके हैं. जो शनिवार की शाम तक सहरसा पहुंचेगी. जिसके बाद मधेपुरा से मानसी तक चल रहे रेल विद्युतीकरण की सुरक्षा व्यवस्था में चौबीसों घंटे तैनात किये जायेंगे. मिली जानकारी के अनुसार जब तक रेल विद्युतीकरण का काम पूरा नहीं हो जाता है,
तब तक आरपीएफ के ये सभी जवानों के जिम्मे विद्युत तार की सुरक्षा की जवाबदेही रहने वाली है. मालूम हो कि फरवरी के अंतिम महीने में मधेपुरा विद्युत रेल इंजन कारखाना से पहला इलेक्ट्रिक इंजन के लोकार्पण के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व फ्रांस के पीएम के मधेपुरा स्थित रेल इंजन कारखाना में संभावित आगमन को देखते हुए काम युद्ध स्तर पर जारी है. इसलिए विद्युतीकरण के काम में तार चोरी जैसी परेशानी व घटना को देखते हुए रेल प्रशासन काफी सक्रिय दिखाई दे रहा है.