सहरसा (प्रतिनिधि, सिमरी) : तीन तलाक बिल के विरोध में गुरुवार को बिहार के सहरसा जिला अंतर्गत सिमरी बख्तियारपुर में मुस्लिम महिलाओं के द्वारा महारैली निकाली गयी. महारैली में हजारों की संख्या में मुस्लिम महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. महारैली सिमरी बख्तियारपुर स्थित स्टेट मैदान से अनुमंडल कार्यालय तक गयी. जहां मुस्लिम महिलाओं का एक प्रतिनिधि मंडल एसडीओ सुमन प्रसाद साह से मिल कर राष्ट्रपति के नाम मेमोरेंडम दिया.
इस मौके पर मुस्लिम महिलाओं ने कहा कि शौहर को जेल भेज कर सरकार किस तरह हमारी मदद करना चाहती है यह समझना मुश्किल है. सरकार इतनी फिक्रमंद है तो उसे मुसलमानों के लिए रोजगार, बेहतर तालीम के लिए प्रयास करना चाहिए. मुस्लिम महिलाओं ने कहा कि सरकार ने तीन तलाक बिल लाकर मुस्लिम महिलाओं के साथ अत्याचार किया है. मुस्लिम महिलाएं शरीयत के कानून में किसी प्रकार का बदलाव करने का अधिकार सरकार को नहीं देंगी. उन्होंने ये भी कहा कि अगर सरकार तीन तलाक बिल को वापस नहीं लेती है, तो महिलाएं मर मिटने को भी तैयार है और विरोध में सुप्रीम कोर्ट तक पैदल मार्च कर अपनी बात रखेंगी.
वहीं, इस महारैली में जिले के लोक जनशक्ति पार्टी के बड़े नेता यूसुफ सलाहउद्दीन भी शामिल हुए. इस मौके पर यूसुफ सलाहउद्दीन ने कहा कि इस बिल में ढेर सारी कमियां है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम कम्युनिटी दलित से भी ज्यादा बुरी स्थिति में है, इस बिल के आने से मुस्लिम महिलाओं कोई फायदा नहीं होगा. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग कहते हुए कहा कि मुस्लिम महिला जो ट्रिपल तलाक से इफेक्टेड है उनके लिए एक फंड निकाला जाये. क्योंकि, जिनके पति जेल चले जायेंगे उनसे उन परिवारों को फायदा होगा.
यहां यह बता दे कि यूसुफ सलाहउद्दीन ने बीते विधानसभा चुनाव में लोजपा के टिकट से सिमरी बख़्तियारपुर विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ा था. यूसुफ सलाहउद्दीन लोजपा के खगड़िया लोकसभा सांसद चौधरी महबुब अली कैसर के पुत्र है.