…और कितनी दुर्घटनाअों का टारगेट बचा हुआ है श्रीमान् !
टूट कर बिखर गया है लगा लोहे का पत्तर रोज चोटिल हो रहे राहगीर सड़क चौड़ीकरण के साथ स्तरीय डिवाइडर लगाने की है जरूरत सहरसा : डीएम साहब, डीबी रोड में लगे डिवाइडर से और कितने लोगों के दुर्घटनाग्रस्त होने का टारगेट बचा हुआ है. अब तक दर्जनों लोग इस डिवाइडर में लगे लोहे के […]
टूट कर बिखर गया है लगा लोहे का पत्तर
रोज चोटिल हो रहे राहगीर
सड़क चौड़ीकरण के साथ स्तरीय डिवाइडर लगाने की है जरूरत
सहरसा : डीएम साहब, डीबी रोड में लगे डिवाइडर से और कितने लोगों के दुर्घटनाग्रस्त होने का टारगेट बचा हुआ है. अब तक दर्जनों लोग इस डिवाइडर में लगे लोहे के पत्तर से जख्मी हो चुके हैं. यदि प्रशासन का टारगेट पूरा हो गया हो तो स्तरीय व स्थायी डिवायर लगाने की दिशा में कार्रवाई कराइये. क्योंकि प्रयोग के रूप में शहर में पहली बार लगाया गया यह डिवाइडर राहगीरों के लिए दिनोंदिन खतरनाक बनता जा रहा है.
जाम व स्पीड पर नियंत्रण, खतरे पर नहीं: लगभग दो वर्ष पूर्व रोज लगने वाले अनियंत्रित जाम से निजात पाने के लिए डीबी रोड में थाना चौक से लेकर शंकर चौक तक डिवायर लगाने का प्रशासनिक निर्णय लिया गया. सड़क चौड़ीकरण किए बिना ही सड़क के बीचोंबीच लोहे के खंभे गाड़ उस पर लोहे के ही लंबे-पतले पत्तर लगा दिये गये. हालांकि डिवाइडर लगाने के बाद जाम पर नियंत्रण हुआ है. गलत दिशा का उपयोग कर आगे बढ़ने की होड़ पर भी लगाम लगा है. लोगों को पैदल या गाड़ी से चलने के लिए अपने दिशा का ज्ञान हुआ है. डीबी रोड में तेज गति पर भी विराम लगा है. लेकिन घटिया डिवाइडर शुरू से ही राहगीरों के लिए खतरे की घंटी बजाती रही है. अब तक सैकड़ों लोग इससे चोटिल हो चुके हैं तो दर्जनों जख्मी हो अस्पताल पहुंच चुके हैं.
कभी पोल उखड़ता है, तो कभी पत्तर निकलता है
अभी बीते बुधवार की रात ही प्लाई हाउस के सामने डिवाइडर का एक पोल किसी गाड़ी के धक्का लगने से टूट गया. पोल टूटने के बाद उससे जुड़े पत्तर भी टूट कर सड़क की ओर मुड़ गए. सुबह लोगों ने टूटे पोल को किनारे कर मुड़े पत्तर को और भी मोड़ दूसरे पोल से बांध दिया. इसी तरह पटना ऑप्टिकल्स के सामने लगे डिवाइडर का दोनों पत्तर भी पोल से अलग हो खतरनाक रूप से सड़क की ओर मुड़ गया. कई लोगों के चोटिल होने के बाद लोगों ने उसे भी मोड़ दूसरे पत्तर से बांध दिया. इससे पूर्व भी अनुपम वस्त्रालय एवं बालाजी टेलीकॉम के सामने डिवाइडर का निकला पत्तर कई लोगों को जख्मी कर अस्पताल पहुंचा चुका है. लेकिन बार-बार हो रही घटना व दुर्घटना के बाद भी जिला प्रशासन कभी सजग नहीं हुआ और न ही सावधान या डिवाइडर में परिवर्तन लाने की दिशा में कदम बढ़ाता दिख रहा है.