सोनवर्षाराज : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोनवर्षा के चिकित्सकों द्वारा बीते मंगलवार की रात एक महादलित गर्भवती महिला को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. रेफर करने के कुछ ही देर बाद वह शिशु को जन्म दिया. जानकारी के अनुसार परिजनों द्वारा उसे बीते मंगलवार की रात ऑटो से सहरसा ले जाने का प्रयास भी किया गया, लेकिन पीएचसी सोनवर्षा से पांच किमी दूर शाहपुर पहुंचे-पहुंचते महिला ने अपने बच्चे को ऑटो में ही जन्म दे दिया.
परिजनों ने आरोप लगाया कि सहरसा रेफर करने की वजह चिकित्सक व एएनएम द्वारा तीन हजार रुपया रिश्वत मांगा जाना था, जो वह देने में असमर्थ थी. उपयरुक्त मामले में बनमा इटहरी प्रखंड के सहूरिया गांव निवासी बिटू सादा की गर्भवती पत्नी सुमित्र देवी ने सहरसा के जिला पदाधिकारी व सिविल सजर्न को आवेदन देकर आपबीती बताते हुए उचित कार्रवाई का अनुरोध किया है. घटना के बाबत पीड़िता सुमित्र देवी ने बताया कि वह प्रसव कराने मंगलवार की सुबह पीएचसी सोनवर्षा में भरती हुई थी.
शाम ढलते ही परिजनों से डॉ उदयानंद पासवान व एएनएम वेरीनिका द्वारा तीन हजार रुपया मांगा गया. परिजनों द्वारा रुपया देने में असमर्थ जताने पर मंगलवार रात साढ़े नौ बजे उक्त महिला को सदर अस्पताल रेफर कर दिया. साथ ही उक्त महिला को सरकारी एंबुलेंस की सुविधा भी नहीं दी गयी. परिजनों द्वारा उक्त महिला को किराये के ऑटो से सहरसा ले जाया जा रहा था कि शाहपुर में ही आशा आरजू खातून की मदद से ऑटो में ही शिशु ने जन्म लिया.