सहरसा : घटना के बाद लोगों में कई तरह की चर्चा शुरू हो गयी. लोगों ने आक्रोश जताते कहा कि 40 उम्र पार करने के बाद अधिकांश व्यक्ति सेहत को लेकर चिंतित हो जाते हैं. दंपती भी प्रत्येक दिन सुबह की सैर करने के लिये निकलते थे. वापस आने पर पत्नी घरेलू कार्य निबटा कर विद्यालय के लिए विदा हो जाती थी. वहीं दोनों पुत्र रोहन व अभिषेक अपने-अपने स्कूल चले जाते थे. मृतक प्राइवेट कंपनी में कार्य करता था. परिवार खुशहाल था.
शुक्रवार को भी अन्य दिनों की तरह दोनों सुबह की सैर के लिए निकले थे. काल बन कर आयी पुलिस वैन ने खुशहाल परिवार पर आफत ला दिया. दोनों पुत्र अपने सामने पिता का शव व जख्मी हालत में मां को देख बेसुध था. आस पड़ोस के लोग उसे ढ़ांढ़स बंधा रहे थे. जानकारी के अनुसार बड़ा पुत्र दसवीं व छोटा नौवीं वर्ग में पढ़ता है.