फूट-फूट कर रोया अपराधी, कहा -पत्नी को करता हूं बेइंतहा प्यार और मैनें…

सहरसा : सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के भोटिया गांव निवासी अपराधी रोशन सिंह ने शनिवार को ओपी पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. हालांकि रोशन ने पत्नी की हत्या किये जाने से इंकार करते हुए उससे बहुत प्यार करने की बात कही. मालूम हो कि रोशन की पत्नी निक्की देवी का शव गुरुवार को अधजली अवस्था […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2018 7:19 PM

सहरसा : सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के भोटिया गांव निवासी अपराधी रोशन सिंह ने शनिवार को ओपी पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. हालांकि रोशन ने पत्नी की हत्या किये जाने से इंकार करते हुए उससे बहुत प्यार करने की बात कही. मालूम हो कि रोशन की पत्नी निक्की देवी का शव गुरुवार को अधजली अवस्था में भोटिया गाछी से बरामद किया गया था. इसके बाद पति रोशन सिंह पर उसे जला कर मार देने का आरोप लगाया गया था. बलवाहाट पुलिस ने शव को शुक्रवार को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेज दिया है. शुक्रवार की सुबह ग्रामीणों के साथ आकर बलवाहाट पुलिस के समक्ष रोशन ने आत्मसमर्पण किया.

उसने कहा कि मैंने उसे मारा नहीं था. मेरी पत्नी ने जहर खा लिया था. उसका इलाज भी करवाया. लेकिन बच नहीं सकी. मैं डर गया और आनन-फानन में गांव जाकर शव को जला दिया. लेकिन पुलिस की डर से भाग गया था. इधर ओपी अध्यक्ष पंचलाल यादव ने बताया कि पूरी रात पुलिस ने दबिश दी, इसके बाद रोशन ने बलवाहाट ओपी में आत्मसमर्पण किया. इसने जो भी बात कही है. वह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद तथा वरीय पदाधिकारी की जांच रिपोर्ट के बाद ही बतायी जा सकती है.

बलवाहाट अंतर्गत भोटिया गांव निवासी रोशन सिंह कई आपराधिक मामलों में आरोपित है. रोशन सिंह पर बलवा बाजार में दिनदहाड़े गोलीबारी से लेकर दरभंगा में पेट्रोल पंप लूटकांड को अंजाम देने का आरोप है. इसके अलावे बीते साल दिसंबर में भोटिया चौक पर गोलीबारी मामले में भी रोशन सिंह की तलाश पुलिस कर रही है. वहीं सत्तो यादव हत्याकांड में भी रोशन सिंह का नाम सुर्खियों में रहा. भोटिया चौक पर गोली मारकर बेलाटोल निवासी शिवम यादव को जख्मी करने का आरोप है.

हालांकि पुलिस ने कई बार इसे दबोचने की कोशिश की. लेकिन कुत्ते की वफादारी उसे बचा लेती है. भोटिया गांव के लोग बताते हैं कि पुलिस से बचने के लिए रोशन सिंह ने अपने घर में कुत्ते पाल रखे थे. रात में जैसे ही पुलिस रोशन के घर छापेमारी को पहुंचती थी, कुत्ते पुलिस को देख भौंकने लगते थे और रोशन पिछले दरवाजे से भाग खड़ा होता था. ग्रामीणों के अनुसार रोशन के पास कुल तीन कुत्ते थे. जिसमें दो कुत्ते की मौत हो गयी. एक अभी भी घर की रखवाली करता है.

यह भी पढ़ें-
नेशनल फिल्म पुरस्कार विजेता पंकज त्रिपाठी का बिहार के गोपालगंज में ऐसा है गांव, घर, परिवार

Next Article

Exit mobile version