सहरसा : जीवित पति को पत्नी ने ही स्वर्गीय बना दिया. यह मामला सहरसा जिले के सदर थाना क्षेत्र का है. महिला का पति अब भी जीवित है. मामले की जांच के बाद पुलिस ने न्यायालय में शुद्धि पत्र देकर महिला के पति को गिरफ्तार करने में जुटी है. महिला ने अपने पति को बचाने के उद्देश्य से ऐसा कदम उठाया है.
जानकारी के मुताबिक, सदर थाने में दर्ज एक अपहरण मामले में पुलिस एक नामजद आरोपित के जीवित या मृत होने के संशय में पड़ गयी. जांच के दौरान आरोपित के जिंदा होने का मामला सामने आके बाद पुलिस ने अदालत में शुद्धि पत्र भेजने की कवायद शुरू कर दी है. बताया जाता है कि अपहरण के मामले में गिरफ्तार महिला आरोपित मीरा देवी ने पुलिस को गलत जानकारी दी थी कि उसके पति की मौत हो चुकी है. इसके बाद पुलिस ने शनिवार को उसे न्यायिक हिरासत में भेजते समय उसके पति के नाम के आगे स्वर्गीय लिख कर न्यायालय भेज दिया. अपहरण का मामला दर्ज करानेवाले आवेदक ने महिला के पति पवन यादव को भी नामजद किया था.
पति को बचाने की चेष्टा
मामला संज्ञान में आने के बाद जब इसकी तहकीकात की गयी, तो पता चला कि महिला ने पति को बचाने के लिए उसे मृत बताया था. हालांकि, वह एक निजी क्लिनिक में कार्य करता है. इतना ही नहीं, पुलिस दबिश के कारण वह छिप कर रह रहा है. सदर थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि पवन यादव की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि आवेदक के आवेदन पर मामला दर्ज किया जाता है, जिसके बाद मामले का अनुसंधान पुलिस करती है. अनुसंधान में ही सभी बातों की जांच की जाती है.
क्या है मामला
थाना क्षेत्र की पशुपालन कॉलोनी से एक युवती के अपहरण का आरोप लगाते हुए अपहृत युवती के पिता ने सदर थाना में कई लोगों को नामजद कर मामला दर्ज कराया था. पिता ने सदर थाने में शाहपुर निवासी शिवा यादव, उसके पिता पवन यादव, मां मीरा देवी, उसकी पत्नी चंचल देवी, दादा सीताराम यादव सहित चार-पांच अज्ञात पर हथियार से लैस होकर घर में घुसने व जबरदस्ती नाबालिग पुत्री को गाड़ी पर बैठा कर ले जाने का आरोप लगाया था. उन्होंने पुत्री के अपहरण में चचेरे दामाद रौशन सिंह के भी संलिप्त होने का आरोप लगाया था. इसके बाद पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की, तो आरोपित युवक की माता मीरा देवी को गिरफ्तार कर लिया था.