सहरसा : शहर के पूरब बाजार में एनएच किनारे ट्रांसफॉर्मर लगाने के मामले में सदर एसडीओ शंभुनाथ झा ने आगे के कार्य पर रोक लगा कर जांच करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था में परेशानी होने व जाम की बात सामने आयी है. ट्रांसफॉर्मर क्यों और कैसे उस जगह पर लगा. […]
सहरसा : शहर के पूरब बाजार में एनएच किनारे ट्रांसफॉर्मर लगाने के मामले में सदर एसडीओ शंभुनाथ झा ने आगे के कार्य पर रोक लगा कर जांच करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था में परेशानी होने व जाम की बात सामने आयी है. ट्रांसफॉर्मर क्यों और कैसे उस जगह पर लगा. उसकी जांच की जायेगी. सोमवार को जिला पदाधिकारी के साथ बिजली विभाग के अधिकारियों की बैठक रखी गयी है.
उसमें भी इस मामले पर चर्चा की जायेगी. मालूम हो कि बंगाली बाजार स्थित समपार फाटक के कारण शहर दो भागों में विभक्त है. फाटक के कुछ दूर के बाद कई कंपनियों के शोरूम व मॉल खुले हुए हैं. जहां सड़क के दोनों तरफ दुकान में खरीदारी करने आने वाले ग्राहकों का वाहन खड़ा रहता है. इस कारण लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल रहता है. एक बार लगे जाम से निकलने में लोगों को कई घंटों तक इंतजार करना पड़ता है. हकीकत यह है कि लोग फाटक के उस पार जाना नहीं चाहते हैं. एनएच के कारण नो इंट्री के बाद व पहले सैकड़ों बड़े वाहन इस होकर गुजरते हैं. रही सही कसर बिजली विभाग के द्वारा लगाये गये ट्रांसफॉर्मर ने पूरी कर दी है. कुछ दूर तक सड़क पूरी तरह संकरी हो गयी है. वहीं आमने-सामने दो ट्रांसफॉर्मर रहने के कारण वाहन चालक की थोड़ी सी असावधानी से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
क्या कहते हैं एइ व जेई
इस बाबत प्रोजेक्ट के सहायक विद्युत अभियंता केसी प्रसाद ने कहा कि पूर्व कार्यपालक अभियंता रामवृक्ष प्रसाद के आदेश पर ट्रांसफॉर्मर लगाया गया है. स्थानीय कुछ लोगों ने अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर लगाने की मांग की थी. मामला सामने आया है. यदि ट्रांसफॉर्मर से कोई परेशानी होगी तो जांच कर विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी. जगह की कमी है. प्रशासन का जो भी आदेश होगा. उस पर कार्य किया जायेगा. वहीं प्रोजेक्ट के कनीय अभियंता गौतम कुमार ने कहा कि यह किसी खास के लिए नहीं लगाया गया है. सामने वाले ट्रांसफॉर्मर पर लोड ज्यादा रहने व उपभोक्ता की संख्या ज्यादा होने के कारण अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर लगाया गया है. वह अभी अवकाश में है. सड़क किनारे ट्रांसफॉर्मर लगाने की बात सामने आ रही है. अवकाश से वापस आने के बाद मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी. जहां तक रात में ट्रांसफॉर्मर लगाने की बात है तो उस सड़क पर यातायात का अधिक दबाब रहता है. जिसके कारण रात में उसे लगाया गया है.