फिल्म सर्जिकल स्ट्राइक में आर्मी पदाधिकारी के किरदार में नजर आयेंगे सहरसा के संजय
श्रुतिकांत @ सहरसा कई फिल्मों में अपने अभिनय के बल पर अपना लोहा मनवा चुके अभिनेता संजय सिंह जल्द ही रुपहले पर्दे पर आनेवाली बॉलीवुड फिल्म सर्जिकल स्ट्राइक में आर्मी पदाधिकारी के रूप में नजर आयेंगे. साल 2016 में हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर बनी फिल्म का पूरे देश को इसका इंतजार है. वहीं, सहरसा के […]
श्रुतिकांत @ सहरसा
कई फिल्मों में अपने अभिनय के बल पर अपना लोहा मनवा चुके अभिनेता संजय सिंह जल्द ही रुपहले पर्दे पर आनेवाली बॉलीवुड फिल्म सर्जिकल स्ट्राइक में आर्मी पदाधिकारी के रूप में नजर आयेंगे. साल 2016 में हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर बनी फिल्म का पूरे देश को इसका इंतजार है. वहीं, सहरसा के लोग अपने संजय को एक बार फिर सिनेमा के बढ़े पर्दे पर देखने को अभी से उत्सुक बने हैं. सुजल इकबाल खान द्वारा निर्देशित इस फिल्म में दीपराजा राणा, मीर सरवर, लखा लखविंदर सिंह, जिम्मी शर्मा, संजय सिंह, अमित पाठक, वेदिता प्रताप सिंह आर्मी ऑफिसर के रूप में है. फिल्म की पटकथा सागर नाथ झा और अविनाश कुमार ने दी है. संजय सहरसा के न्यू कॉलोनी के निवासी हैं. यहीं, पले-बढ़े और पढ़े संजय ने रंगमंच की सीढ़ियों से होते हुए बॉलीवुड की दुनियां तक पहुंचे हैं.
इसकी, उसकी, सबकी भी होगी रिलीज
संघर्ष के बल पर फिल्मों की जरूरत बन चुके संजय की जल्द ही संजय मिश्रा के साथ इसकी, उसकी, सबकी फिल्म इसी साल रूपहले परदे पर आनेवाली है. वहीं, इससे पूर्व हिंदी सिनेमा ‘गैंग ऑफ वासेपुर’, ‘रॉक स्टार’, ‘गॉड फादर’, ‘मुरारी द जेंटल मैन’ से लोगों के दिल-ओ-दिमाग पर अपनी छाप छोड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ भारत की बहादुर सेना व उनके परिवार को समर्पित है. इस फिल्म में आपसी रिश्ते, मिशन व विचारों का टकराव केंद्रित है.
गैंग्स ऑफ वासेपुर से मिली इंट्री
फिल्मी दुनिया में संजय का इंट्री गैंग्स ऑफ वासेपुर से मिली. उन्होंने कहा कि सत्र 2007-10 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में वह अभिनय का गुर सीख रहा थे. सत्र की समाप्ति के बाद परिणाम का इंतजार कर रहा था कि इसी दौरान किसी ने अनुराग कश्यप की फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर के बारे में बताया. फिल्म का ऑडिशन देने के बाद उसका चयन फजलू के किरदार के लिए किया गया. उसके बाद फिर कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा. उन्होंने कहा कि किरदार छोटा हो या बड़ा कोई मायने नहीं रखता है, बल्कि किरदार दमदार होना चाहिए.