वर पक्ष ने उपहार लौटाया, कहा होगा आदर्श विवाह

13 मई को निर्धारित है शादी, लड़की वालों का उत्साह हुआ दोगुना पहले भी इस गांव में फरवरी महीने में वीरेंद्र मंडल की बेटी की हुई थी बिना दहेज के शादी लड़के वालों ने गांव आकर लौटा दिया था उपहार नवहट्टा : दहेज रूपी दानव का विनाश शुरू हो चुका है. लोगों ने अपने परिवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2018 4:55 AM

13 मई को निर्धारित है शादी, लड़की वालों का उत्साह हुआ दोगुना

पहले भी इस गांव में फरवरी महीने में वीरेंद्र मंडल की बेटी की हुई थी बिना दहेज के शादी
लड़के वालों ने गांव आकर लौटा दिया था उपहार
नवहट्टा : दहेज रूपी दानव का विनाश शुरू हो चुका है. लोगों ने अपने परिवार में इसके प्रवेश पर पाबंदी लगानी शुरू कर दी है. नवहट्टा प्रखंड के मुरली निवासी हाटी पंचायत के मुखिया चंदेश्वर पासवान ने जनप्रतिनिधि होने का दायित्व निभाया है. उन्होंने अपने बेटे की शादी से पूर्व उपहार लेकर आये लड़की वालों का भरपूर स्वागत-सत्कार किया और जाते समय उनका लाया उपहार उन्हें लौटा दिया.
कहा, दुल्हन ही दहेज है: दरअसल मुखिया चंदेश्वर पासवान के पुत्र संजय कुमार का विवाह सुपौल जिले के पिपरा प्रखंड के रतौली निवासी शिवशंकर पासवान की पुत्री अनिता कुमारी से इस महीने की 13 तारीख को होना तय हुई है. शादी से पूर्व बुधवार को लड़की वाले अपने होनेवाले समधी के घर अपनी क्षमता के अनुसार ढेर सारे उपहार के साथ पहुंचे. मुखिया ने वधू पक्ष के लोगों का यथाशक्ति स्वागत किया. साथ ही उनकी वापसी के समय सारा उपहार उन्हें लौटा दिया, जो वे उन्हें देने लाये थे. मुखिया ने वधू के पिता से हाथ जोड़ कर कहा कि उन्हें उनकी संपत्ति से कोई लोभ नहीं है. उन्हें घर के लिए बहू के सिवाय कुछ और नहीं चाहिए. लड़की वालों को आश्वस्त करते कहा कि वे धूमधाम से शादी की तैयारी करें. बरात सज-धज कर पहुंचेगी और आदर्श विवाह होगा.
समाज के लोगों ने मुखिया की खूब तारीफ की और कहा कि जनप्रतिनिधि ने एक अच्छे और स्वस्थ समाज के निर्माण की शुरुआत कर दी है. शीघ्र ही पंचायत में दहेज न लेने की परंपरा बन जायेगी. ग्रामीणों में यह बात फैली. कहने लगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामाजिक परिवर्तन की दिशा में बढ़ाया गया कदम रंग लाने लगा है. हर लग्न में ऐसी कहानी सामने आ रही है, जिसमें लड़के वाले दहेज से दूर हो रहे हैं. हाटी गांव में ही बीते पांच फरवरी को चंदेश्वरी मंडल की बेटी की शादी भी बिना दहेज के हुई थी. सुपौल जिले के किशनपुर गांव के लड़के वालों ने गांव आकर उपहार लौटा दिया था.

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