शांतिस्थल है गायत्री शक्तिपीठ : डीआइजी

* युवा गोष्ठी में सम्मिलित हुए बीएमपी के डीआइजीसहरसा : गायत्री शक्तिपीठ में धार्मिक बातें ही नहीं बल्कि व्यावहारिक बातें भी होती है. शांति व आत्म चिंतन का यह उत्तम स्थल है. उक्त बातें रविवार को गायत्री शक्तिपीठ में साप्ताहिक युवा गोष्ठी में सपत्नी सम्मिलित होने आये बीएमपी के डीआइजी राजेश त्रिपाठी ने कही. उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:44 PM

* युवा गोष्ठी में सम्मिलित हुए बीएमपी के डीआइजी
सहरसा : गायत्री शक्तिपीठ में धार्मिक बातें ही नहीं बल्कि व्यावहारिक बातें भी होती है. शांति व आत्म चिंतन का यह उत्तम स्थल है. उक्त बातें रविवार को गायत्री शक्तिपीठ में साप्ताहिक युवा गोष्ठी में सपत्नी सम्मिलित होने आये बीएमपी के डीआइजी राजेश त्रिपाठी ने कही. उन्होंने सर्वप्रथम गायत्री परिसर स्थित प्राद्मेश्वर महादेव का रूद्राभिषेक किया.

शांतिकुंज प्रतिनिधि सुरेंद्र नाथ वर्मा ने कहा कि यदि आपका लक्ष्य सही है तो आपकी इच्छाशक्ति को कोई नहीं दबा सकता है. मुख्य ट्रस्टी डॉ अरुण कुमार जायसवाल ने कहा कि जीवन यात्रा है. मंजिल नहीं. प्रकाश को संपूर्ण रूप से प्राप्त कर लेना जीवन है. जीवन का परिणाम मोक्ष होता है.

मोक्ष का मतलब है स्वयं का अनुभव होना. अगर मुक्ति नहीं मिली तो पुनजर्न्म होगा. पुनजर्न्म है तो इसका अर्थ है आपको मंजिल नहीं मिली. अपने इंद्रियों से मुक्त होना ही मोक्ष है. गोष्ठी में केदारनाथ टेकरीवाल, श्याम नंद लाल दास, दिनेश दिनकर, ललन कुमार सिंह, नवल सिंह, मोहन भगत, सुशील जी, सुनीता चौधरी, मनीषा, सोनी, विजेंद्र जी सहित अन्य मौजूद थे.

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